यूएस फूड ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन (FDA) के सलाहकार एक्स्पर्ट पैनल ने फाइजर कोरोना वैक्सीन (COVID19 vaccine) के इमर्जेंसी इस्तेमाल को (Emergency Use) को मंजूरी दे दी है, इस अनुमोदन के साथ, लाखों अति संवेदनशील लोगों को कुछ दिनों के भीतर दवा प्राप्त करने के लिए निर्धारित किया जाता है। वैक्सीन अडवाइजरी पैनल में स्वतंत्र वैज्ञानिक एक्सपर्ट्स, संक्रामक रोग के डॉक्टर्स, सांख्यिकीविद आदि शामिल हैं।
अमेरिका के खाद्य एवं दवा प्रशासन की वैक्सीन एडं रिलेटेड बायोलॉजिकल प्रॉडेक्ट्स एडवायजरी कमेटी में बृहस्पतिवार को आठ घंटे चली बैठक में मंथन के बाद फाइजर और जर्मनी की उसकी सहयोगी बायोएनटेक द्वारा विकसित टीके के इस्तेमाल को मंजूरी देने के संबंध में मतदान हुआ था। इसमें फाइजर और बायोएनटेक के टीके के पक्ष में 17 और विपक्ष में चार मत पड़े और एक सदस्य गैरहाजिर था।
समिति के सदस्य पॉल ऑफिट ने कहा, 'टीके से स्पष्ट फायदा नजर आ रहा है लेकिन दूसरी ओर इसके अनुमानित खतरे हैं।' पॉल फिलाडेल्फिया में बच्चों के अस्पताल में टीका विशेषज्ञ हैं।उन्होंने कहा कि टीका की लाभ पहुंचाने की क्षमता उसके खतरों को कम करती है।एक अन्य विशेषज्ञ ओफर लेवी ने कहा, 'यह मील का एक बड़ा पत्थर साबित होने वाला है।' लेवी संक्रामक रोग विशेषज्ञ हैं और बोस्टन चिल्ड्रन हॉस्पिटल में टीका कार्यक्रम के प्रमुख हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा-'आज, हमारे देश ने एक चिकित्सा चमत्कार हासिल किया है। हमने केवल 9 महीनों में एक सुरक्षित और प्रभावी टीका दिया है। यह इतिहास की सबसे बड़ी वैज्ञानिक उपलब्धियों में से एक है। यह लाखों लोगों की जान बचाएगा और एक बार और सभी के लिए महामारी को समाप्त करेगा..
ट्रम्प ने कहा कि अगले 24 घंटों के भीतर संयुक्त राज्य अमेरिका में पहले फाइजर कोरोनवायरस वायरस का टीका लगाया जाएगा।
अमेरिकी प्रशासन कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव का टीका लाने और देश भर में लोगों को इसे लगाने की तैयारी कर रहा है। फाइजर के टीके को ब्रिटेन और कनाडा जैसे देश पहले ही मंजूरी दे चुके हैं। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बयान में कहा था-'फाइजर-बायोएनटेक कोविड-19 टीके को आज मिली मंजूरी मुश्किल वक्त में उम्मीद की एक किरण हैं। हम इस टीके को बनाने वाले वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के आभारी हैं। हम उन वैज्ञानिकों और जन स्वास्थ्य विशेषज्ञों के भी आभारी हैं जिन्होंने राजनीतिक प्रभाव में आए बिना इस टीके की क्षमता और सुरक्षा का मूल्यांकन किया।'कहा जा रहा है कि फाइजर वैक्सीन को मंजूरी मिलने के कुछ दिनं बाद ही मॉडर्ना की वैक्सीन को भी इस्तेमाल की मंजूरी मिल सकती है।