Right Sleeping position : बेहतर स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त नींद बहुत ही जरूरी मानी जाती है। इससे न सिर्फ आपका स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि अच्छी और गहरी नींद से मानसिक तनाव भी कम होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए सिर्फ पर्याप्त नींद ही जरूरी नहीं होती, बल्कि सही पोजीशन में सोना भी बहुत ही जरूरी होता है। हम में से कई लोग दिनभर की थकान को दूर करने के लिए बिस्तर पर जाते ही सोने की कोशिश करते हैं। इस दौरान हम वही पोजीशन अपनाते हैं, जिससे हमें तुरंत नींद आ जाती है। ऐसे में कई लोग पेट के बल से भी सोने की कोशिश करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह एक गलत पोजीशन है।
गर्दन में दर्द
पेट के बल सोने से हमारे शरीर का सिर और स्पाइन सीधा नहीं रहता है, जिसकी वजह से हमारी गर्दन में दर्द की शिकायत हो सकती है। इसके अलावा कुछ व्यक्तियों को शरीर के पूरे नर्स में दर्द जैसा महसूस हो सकता है।
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स्पाइन पर पड़ सकता है खिंचाव
पेट के बल सोने से स्पाइनल पर खिंचाव हो सकता है। साथ ही इससे आपको कमर में दर्द की परेशानी भी हो सकती है। दरअसल, जब आप पेट के बल सोते हैं, जो इससे आपका सारा बल बॉडी के बीच के हिस्से पर पड़ता है, जिसकी स्पाइन पोजिशन को बनाए रखना काफी मुश्किल हो जाता है। इस स्थिति में स्पाइन पर खिंचाव उत्पन्न हो सकता है।
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पीठ पर पड़ता है असर
पेट के बदल सोने से गर्दन के साथ-साथ पीठ पर भी बुरा असर पड़ सकता है। इसकी वजह से आपकी नींद भी पूरी नहीं हो पाती है। साथ ही इससे आपके शरीर में अगले दिन थकान बनी रहती है। पेट के बल सोने से इन परेशानियों के साथ-साथ कई अन्य परेशानियां जैसे- सिर दर्द होना, पाचन शक्ति पर असर, शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द इत्यादि हो सकती हैं। इसलिए कोशिश करें कि पेट के बल न सोएं।
( डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)