नई दिल्ली: डायबिटीज आजकल एक आम समस्या है जिसका प्रभाव बड़ों से लेकर बूढ़ों तक देखने को मिलता है, यहां तक कई बार बच्चे भी इस समस्या से ग्रसित हो जाते हैं। इसका प्रभाव महिलाओं से अधिक पुरुषों में देखने को मिलता है। स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबित टाइप-2 डायबिटीज महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक देखने को मिलता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक पता चलता है कि महिलाओं में यह 9.1 प्रतिशत जबकि पुरुषों में 14.6 देखने को मिलता है।
क्या है टाइप-2 डायबिटीज?
डायबिटीज दो प्रकार का होता है, टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज। टाइप 1 डायबिटीज में इंसुलिन का बनना कम हो जाता है या फिर बंद हो जाता है और इसे काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है जबकि टाइप 2 डायबिटीज में ब्लड शुगर का लेवल बहुत बढ़ जाता है जिसे कंट्रोल करना काफी मुश्किल हो जाता है। इस स्थिति में रोगी को कई तरह की परेशानियां होती हैं। आइए जानते हैं क्या हैं डायबिटीज के लक्षण।
बार बार पेशाब आना और अधिक प्यास लगना
यह डायबिटीज में पुरुषों में सबसे पहले लक्षणों मे से एक है इस दौरान बार-बार पेशाब आना और प्यास अधिक लगती है। बार बार पेशाब आना पॉलीयूरिया या ग्लूकोज में वृद्धि के कारण होता है, जब किडनी उन्हें फिल्टर करने में असमर्थ होता है। यह डायबिटीज के सबसे पहला और प्रमुख लक्षण है।
वजन में तेजी से कम होना
डायबिटीज लाइफस्टाइल से होने वाले रोगों में से एक है। यह कई और बीमारियों का कारण भी बन सकता है। आप वजन कम करने के लिए डाइटिंग या वर्कआउट भी नहीं कर रहे फिर भी आपका वजन तेजी से कम हो रहा है। यह खुशी की नहीं बल्कि चिंता की बात है। क्योंकि बिना किसी कोशिश के वजन कम होना और थकान होना यह ब्लड शुगर का सबसे बड़ा कारण है। इस दौरान आपका इंशुलिन या ब्लड शुगर का लेवल बढ़ जाता है।
थकान इस रोग का बड़ा लक्षण
थकान डायबिटीज का एक बड़ा लक्षण है। इस दौरान आपको यदि अत्यधिक थकान महसूस होती है तो यह डायबिटीज के साथ अन्य बीमारियों को भी दावत देती है। यदि आप लगातार प्रोटीन युक्त आहार का सेवन कर रहे हैं फिर भी आपको थकान हो जाता है तो आपको जल्द से जल्द डायबिटीज का चेकअप करवाना चाहिए।
भूख में वृद्धि
अगर आपको भूख के साथ-साथ बारबार प्यास लगती है तो यह डायबिटीज के लक्षणों में से एक है। जब आपका ग्लूकोज का स्तर बढ़ता है तो ग्लूकोज के स्तर को कम करने के लिए इंसुलिन बढ़ता है और यह भूख में वृद्धि का सबसे बड़ा कारण बनता है। ऐसी स्थिति में आपका ब्लड शुगर बढ़ता है यह पुरुषों में सबसे अधिक देखने को मिलता है।
नर्वस सिस्टम पर असर
डायबिटीज के दौरान बढ़ा हुआ शुगर लेवल ब्रेन में ब्लड सप्लाई करने वाली नसों पर भी असर डालता है। इसके कारण दिमाग का कुछ हिस्सा डैमेज हो सकता है और मेमोरी लॉस हो सकता है। इसके साथ ही बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल नर्वस और सर्कुलेटरी सिस्टम को नुकसान पहुंचाकर आपकी आंखों पर बुरा असर डाल सकता है।
आंखों से संबंधित बीमारी का खतरा
यह डायबिटीज के दौरान आंखों में होने वाली बीमारी सबसे ज्यादा देखने को मिलती है। इस दौरान आंखो के लेंस यानि पुतली पर परत पड़ने से धुंधला दिखने लगता है। जिसे मोतियाबिंद कहते हैं। इसके साथ ही यदि डायबिटीज के दौरान सही से देखभाल ना की जाए तो आंखों से संबंधित कई बीमारियां हो सकती हैं।
त्वचा का रंग काला पड़ना
पुरुषों और महिलाओं में डायबिटीज के लक्षण अधिकतर सामान्य ही होते हैं। मधुमेह यानि डायबिटीज के दौरान यह लक्षण सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। इस दौरान शरीर का रंग और खासकर चेहरे का रंग काला पड़ने लग जाता है और वजन तेजी से कम होना शुरु हो जाता है।
ड्राई माउथ
ड्राई माउथ या फिर जेरोस्टोमिया डायबिटीज के रोगियों में बड़ा लक्षण है। दवाईयों का ज्यादा सेवन करना या उम्र के बढ़ने के साथ भी डायबिटीज होने का खरा बढ़ा जाता है। इस दौरान यह लक्षण सबसे ज्यादा देखने को मि लता है।
सिर में दर्द
डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिस पर कंट्रोल नहीं किया गया तो यह व्यक्ति को अंदर से खोखला कर देती है और यह शरीर में अन्य बीमारियों को भी दावत देती है। सिर दर्द जो डायबिटीज का एक आम लक्षण है और यह माइग्रेन जैसी बीमारी का सबसे बड़ा कारण बन जाती है। यदि आप में यह लक्षण दिखें तो आप जल्द ही डायबिटीज चेक करवाएं।