लॉकडाउन के बाद से वाटर फास्ट डाइट काफी प्रचलन में है। महिलाएं और पुरुष इस डाइट को विशेषकर अपनी दिनचर्या में शामिल कर रहे हैं। यह आपके वजन को तेजी से कम कर मोटापा कम करने में कारगार होता है औऱ हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए भी अच्छा होता है। आपको बता दें यह एक तरह की फास्टिंग है जिसके अंतर्गत आपको पानी के अलावा किसी अन्य खाद्य या पेय पदार्थ का सेवन नहीं करना होता है।
हालांकि कई डॉक्टर वाटर फास्टिंग के पक्ष में हैं और कई विपक्ष में। जानें आखिर क्या है वाटर फास्ट डाइट और इसके फायदे तथा इसे करने से पहले किन बातों का रखें ध्यान।
क्या है वाटर फास्टिंग
वाटर फास्ट एक प्रकार का उपवास है जिसमें आपको कुछ समय के लिए पानी के अलावा सभी खाद्य औऱ पेय पदार्थों से दूरी बनानी होती है। यानि पानी के अलावा सभी फूड्स और ड्रिंक्स प्रतिबंधित होते हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह आमतौर पर 24 से 72 घंटे तक किया जा सकता है। हालांकि बहुत से डॉक्टर इसके पक्ष में और बहुत से एक्सपर्ट्स इसके सपोर्ट में नहीं हैं। क्योंकि इसमें हार्ट, डायबिटीज औऱ किडनी रोग का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं यह किस तरह वजन कम करने में कारगार होता है तथा इसके फायदे और नुकसान।
किस तरह वजन कम करने में होता है कारगार
यदि आप वजन में तेजी से कमी कर मोटापा कम करना चाहते हैं तो वाटर फास्टिंग सबसे कारगार उपाय है। यह आपके वजन को कम कर शरीर के फैट को कम करता है। इस दौरान आपको सभी तरह के खाद्य पदार्थों से दूरी बनानी होती है। आपको बता दें पानी में मौजूद हाइड्रेशन कॉम्पोनेंट वजन को तेजी से कम करने में कारगार होता है, लेकिन इसे आप 24 से 72 घंटे से ज्यादा ना करें। अन्यथा यह आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
वाटर फास्टिंग के फायदे
डायबिटीज
वाटर फास्टिंग मधुमेह के खतरे को कम करने में कारगार होता है तथा ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में कारगार होता है। एक रिसर्च के मुताबिक किसी भी प्रकार के फास्टिंग से इंसुलिन संवेदनशालता में सुधार करने में मदद मिलता है।
हार्ट के लिए लाभदायक
वाटर फास्ट दिल की बीमारी से निजात दिलाने और इसके संक्रमण से दूर रखने में मदद करता है। यह दिल की समस्याओं को कम करता है।
कैंसर जैसी भयावह बीमारी से रखता है दूर
वाटर फास्ट कैंसर जैसी भयावह बीमारी से दूर रखने में कारगार होता है। लेकिन ध्यान रहे इसे एक्सपर्ट्स की सलाह के बाद ही करें। तथा 24 से 72 घंटे से ज्यादा ना करें।
कोलेस्ट्रोल को करता है नियंत्रित
वाटर फास्ट कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करता है। जिससे दिल संबंधी बीमारियों का खतरा कम होता है। ऐसे में यह स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।
वाटर फास्ट के दौरान इस बात का रखें ध्यान
वाटर फास्ट के दौरान अक्सर लोग एक्सपर्ट्स की सलाह नहीं लेते हैं। आपको बता दें यदि आप भी वाटर फास्ट डाइटिंग करने की सोच रहे हैं तो वाटर फास्ट से पहले 2 से 3 दिन अच्छी तरह डाइट लें। इस दौरान अपनी डाइट में प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार को शामिल करें ताकि उपवास के दौरान आपको ज्यादा भूख ना लगे। तथा वाटर फास्ट के दौरान ध्यान रहे 3 दिन से ज्यादा यह उपवास ना रखें। अन्यथा यह आपके स्वास्थ्य के लिए भयावह हो सकता है।
वाटर फास्टिंग से हो सकते हैं ये नुकसान
अगर बिना जानकारी के मुताबिक इस फास्टिंग को किया जाता है तो यह इलेक्ट्रोलाइट लेवल और सोडियम में कमी के कारण अचानक ब्लड प्रेशर में गिरावट हो सकती है। ऐसे में वाटर फास्टिंग से पहले डॉक्टर्स से सलाह अवश्य लें।
शुगर टाइप 1 के हो सकते हैं शिकार
यदि आप लंबे समय तक इस फास्ट को रखते हैं तो शुगर लेवल में तेजी से गिरावट हो सकती है तथा उल्टी, मितली आदि परेशानी हो सकती है। ऐसे में 1 से 3 दिनों से ज्यादा वाटर फास्ट ना रखें।
डिहाइड्रेशन और हाइपोनेट्रेमिया का बन सकता है कारण
आपको बता दें वाटर फास्टिंग डिहाइड्रेशन और हाइपोनेट्रेमिया का कारण बन सकता है। इसलिए इसे सीमित अवधि के लिए ही करें। तथा इस फास्टिंग के दौरान वर्कआउट को कम करें ताकि आपको रिलैक्स मिल सके।
ये लोग भूलकर भी ना करें वाटर फास्ट
18 से कम और 70 साल से अधिक उम्र के लोग भूलकर भी ना रखें वाटर फास्ट। आपको बता दें 70 साल से अधिक लोग यदि वाटर फास्ट रखते हैं तो इनके लिए स्थिति भयावह हो सकती है।
अंडरवेट
यदि आपकी हाइट के हिसाब से आप अंडरवेट हैं तो भूलकर भी वाटर फास्ट ना रखें।
गर्भवती महिलाएं
गर्भवती महिलाओं को वाटर फास्ट नहीं रखना चाहिए। क्योंकि उन्हें अपने साथ बच्चे का भी ध्यान रखना होता है तथा गर्भधारण के कुछ दिनों बाद तक भी वाटर फास्ट ना रखें, जब तक आप बच्चे को स्तनपान कराती हैं।