दुनियाभर में हर साल 31 मई को वर्ल्ड नो टोबैको डे यानि तंबाकू निषेध दिवस के रुप में मनाया जाता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन यानि WHO के द्वारा इस दिन की शुरुआत की गई थी। इसका उद्देश्य लोगों को तंबाकू के स्वास्थ्य पर होने वाले खतरे व साइड इफेक्ट को लेकर जागरुक करना था और उन्हें इस चीज के इस्तेमाल से दूर करना था। तंबाकू के इस्तेमाल से कैंसर, दिल से जुड़ी गंभीर बीमारी, दांतों की बीमारी जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो जाती हैं।
तंबाकू एक प्रकार का फसल होता है जिसकी खेती की जाती है। दुनियाभर के कई जगहों पर इसकी कृषि की जाती है। इसका मानव शरीर पर काफी नुकसान पड़ता है। इसके पत्तों पर उच्च मात्रा में नशीला पदार्थ पाया जाता है। इसके सेवन से मानव स्वास्थ्य पर काफी बुरा असर पड़ता है और इसका साइड इफेक्ट होता है।
लोग सिगरेट के जरिए, सिगार और पाइप के जरिए तंबाकू के पत्ते का सेवन करते हैं। मसूड़ों पर इसे रगड़ कर इसका सेवन किया जाता है इसके अलावा इसे चबाया भी जाता है और इसके फ्लेवर को सांसों को द्वारा अंदर लिया जाता है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) ने इसकी शुरुआत की थी। हर साल 31 मई को वर्ल्ड नो टोबैको डे मनाया जाता है। इस बार साल 2020 की थीम है- युवाओं को तंबाकू और निकोटिन के सेवन और प्रभाव से बचाना। हेल्थ सेफ्टी को प्रोत्साहन देना और तंबाकू के सेवन ना करने को लेकर जागरुकता फैलाने पर इस बार जोर दिया जा रहा है।इस जागरुकता कार्यक्रम को लेकर कई तरह के इवेंट्स आयोजित किए जाते हैं जिसमें तंबाकू के खतरे और स्वास्थ्य पर इसके साइड इफेक्ट को लेकर लोगों को बताया जाता है। तंबाकू खाने से आपको थोड़ी देर के लिए तो आनंद मिल जाता है लेकिन आगे चलकर ये आपके स्वास्थ्य के लिए जहर का काम करता है।