अनहेल्थी लाइफस्टाइल, खाने- पीने और कम पानी पीने की वजह से अक्सर लोगों में कब्ज की शिकायत हो जाती हैं। कब्ज की शिकायत सुनने में बहुत साधारण सी बात लगती है, लेकिन यह समस्या बड़ी-बड़ी बीमारियों को जन्म दे सकती हैं। जी हां, कब्ज की वजह से लोगों में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी तक होने का खतरा पैदा हो जाता है। कब्ज की वजह से पाचन तंत्र तो खराब होता ही है साथ ही साथ आंखें और बाल भी कमजोर हो जाते हैं।
यदि आप भी कब्ज की समस्या से अक्सर परेशान रहते हैं, तो आज हम आपको बताएंगे एक ऐसा योगासन, जिसे रोजाना करके इस तरह की समस्याओं से जल्द निजात पा लेंगे। तो आइए जानते हैं इस योगासन के बारे में।
मलासन एक ऐसा योगा है जिसे करने से कब्ज के साथ-साथ कई तरह की अन्य समस्या भी दूर हो जाती हैं। मलासन करते समय हाथ को नमस्कार की मुद्रा में रखकर गले में रखी माला का अभ्यास किया जाता है। इसे इसलिए इसे मलासन कहा जाता हैं। इसके कई नाम है। घर की सफाई करते वक्त अक्सर महिलाएं मलासन मुद्रा में ही फर्श की सफाई करती हैं। खेतों में किसान मलासन मुद्रा में ही बैठकर बुवाई करते हैं। मलासन योग करने से शरीर के साथ-साथ साथ-साथ मस्तिक भी स्वस्थ रहता हैं। यह योगासन शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से व्यक्ति को स्वस्थ बनाता हैं। इस योगा को ध्यान पूर्वक करना चाहिए।
यह मुद्रा पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करने और तनाव को कम करने में मदद करती है। यह योगासन बेहतर पाचन में सहायता करता है। कब्ज की समस्या से निजाप पाने के लिए आप इसे रोजाना कर सकते हैं।
भुजंगासन पाचन तंत्र के ठीक प्रकार से काम करने में काफी प्रभावी और फायदेमंद है। यह योगासन पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है और पूरे पाचन तंत्र को साफ करता है। कब्ज और अपच की समस्या को दूर करने में यह उपयोगी है।
वज्रासन भी कब्ज की समस्या से निजात दिलाने में मदद करता है। यह आसन ब्लड सर्कुलेशन ठीक करने तक में मदद करता है और पाचन में सुधार करता है। पुरानी कब्ज, पेट की समस्या और पाचन समस्याओं जैसी विभिन्न स्थितियों में यह फायदेमंद होता है। साथ ही यह पाचन अंगों और पाचन तंत्र को मजबूत करता है। यह कब्ज और अपच के लिए सबसे अच्छे योग आसनों में से एक माना जाता है।
पश्चिमोत्तानासन
पश्चिमोत्तानासन कब्ज और पाचन समस्याओं को दूर करने में सहायक है। यह कब्ज, कमजोर पाचन और लीवर से संबंधित परेशानियों में राहत प्रदान करता है। पीठ की मांसपेशियों और पेट के अंगों को भी मजबूत करता है।
(Disclaimer: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी तरह का बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)