तेजपत्ता ऐसा मसाला है जो हर घर में होता है और इसका प्रयोग हर सब्जी में किया ही जाता है। खास बात ये है कि ये केवल अपने एक अलग स्वाद के लिए ही नहीं बल्कि अपने औषधिय गुणों के लिए भी बेहद काम का है, लेकिन इसके बारे में जानकारी हर किसी को नहीं होती। लोग इसे खाने का जायका बढ़ाने के लिए ही यूज करते हैं।
कई मिनिरल्स से भरा होता है तेजपत्ता
तेजपत्ता से बना काढ़ा कई रोगों में दवा की तरह काम करता है। इस काढ़े को पीने से शरीर में कई तरह कि कमियां भी दूर हो जाती हैं क्योंकि इसमें कई तरह के मिनिरल्स भी भरे होते हैं। तेजपत्ता कॉपर, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, सेलेनियम और आयरन से भरा होता है। इतना ही नहीं ये एंटीऑक्सीडेंट्स भी होता है जो जो कैंसर, ब्लड क्लॉटिंग और दिल से जुड़ी समस्याओं को भी दूर करता है। इसके साथ ही तेजपत्ते का काढ़ा कई अन्य बीमारियों में भी बेहद फायदेमंद होता है।
आइए, जानते हैं तेजपत्ते का काढ़ा पीने के फायदे
1 महिलाओं को सबसे ज्यादा शिकायत कमर दर्द की होती है अगर आपको भी ये समस्या है तो आप तेजपत्ते का काढ़ा दिन में दो बार राज पिया करें। साथ ही तेजपत्ते का तेल ले आएं और इसकी मालिश कमर पर करें। तेजपत्ते को सरसों के तेल में पका कर आप खुद भी तेल बना सकती हैं।
2 ठंड लगने पर या ठंड से होने वाले शरीर दर्द में आपको तेजपत्ते के काढ़े को पीना चाहिए साथ ही इस तेल की मालिश भी करें।
3- चोट या मोच लगने पर आपको तेजपत्ते का काढ़ा पीना चाहिए और इसी के तेल को लगाना चाहिए। ताकि मोच से आई सूजन और दर्द को राहत मिल जाए। तेज पत्ते को पीस कर मोच वाली जगह पर लगाएं।
4- कई बार सोते-सोते नसों में खिंचाव हो जाता है या नसों में सूजन आ जाती है, ऐसे में तेजपत्तों के काढ़ा, तेजपत्ते का तेल जरूर यज करें। ये तेजी से आराम देगा।
ऐसे बनाएं काढ़ा
10 ग्राम तेजपत्ता, 10 ग्राम अजवायन और 5 ग्राम सौंफ को पीस लें और एक लीटर पानी में डाल कर तब तक उबालें जब तक ये आधा न रह जाए। जब ये मिश्रण ठंडा जाए तो काढ़ा पीना शुरू कर दें।
तेजपत्ते का काढ़ा यदि परेशानी नहीं भी है तब भी पीएं, ताकि शरीर में होने वाली मिनिरल की कमी को भी दूर किया जा सके।
(डिस्क्लेमर: प्रस्तुत लेख में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए हैं और इसे पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जा सकता।)