डिप्रेशन को हिंदी में अवसाद कहते हैं। इसमें एक व्यक्ति जिंदगी से मुंह मोड़ लेता है। वह अकेले रहना पसंद करता है। उसे अपने जीवन में कुछ भी नहीं अच्छा लगता है। एक अवसादग्रस्त व्यक्ति में शारीरिक, मानसिक व व्यावहारिक स्तर पर बदलाव होते हैं और इन्हीं बदलावों के आधार पर व्यक्ति के अवसादग्रस्त होने की पहचान की जा सकती है। कुछ लक्ष्णों के जरिए डिप्रेशन वाले व्यक्ति की पहचान की जा सकती है। इस वीडियो में यहीं बताया गया है। आम तौर पर निद्रा में कमी, किसी भी काम में मन नहीं लगना,चिड़चिड़ापन,नर्वस होना, मूड्स स्विंग, वजन में उतार चढ़ाव,लोगों से मिलने से कतराना, अकेले रहना, नींद नहीं आना, जीवन से अरूचि हो जाना आदी प्रमुख है।