नई दिल्ली : टिड्डियों के दल ने उत्तर भारत के कई राज्यों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। फसलों को चट करने वाला टिड्डियों का यह दल आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कम से कम 10 जिलों में हमला कर फसलों को नुकसान पहुंचा सकता है। टिड्डियों के इस प्रकोप का सामना करने के लिए राज्य सरकारों ने भी अपनी तैयारी कर ली है। टिड्डियों के हमले को देखते हुए इन तीन राज्यों के करीब 10 जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
पाकिस्तान की तरफ से आने वाले टिड्डियों का दल इतना खतरनाक है कि ये अपने रास्ते की फसलों एवं सब्जियों को पूरी तरह से चट कर जा रहा है। फसलों एवं सब्जियों को ये जिस तरह से बर्बाद कर रहे हैं उससे आने वाले समय में खाद्य आपूर्ति की चेन और करोड़ों लोगों की आजीविका पर संकट खड़ा हो सकता है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, महारष्ट्र में इनका प्रकोप बढ़ता जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि अब ये यूपी की तरफ कूच कर सकते हैं।
मध्य प्रदेश और राजस्थान के साथ-साथ अब यूपी के जिलों पर टिड्डियों के हमले की आशंका बनी हुई है। इसे देखते हुए प्रशासन सचेत है। उसने राजस्थान और एमपी से लगने वाले कम से कम 10 जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। टिड्डियों का यह दल राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई जिलों में फसलों एवं सब्जियों को नुकसान पहुंचा रहा है। हाल के दिनों में इनके हमले से कृषि को काफी नुकसान पहुंचा है।
मध्य प्रदेश के सिहोर जिले के बुधनी एवं नसरूल्लागंज के किसान अपनी फसल नष्ट होने से काफी परेशान हैं। यहां किसान थाली पीटकर अपने खेतों से टिड्डियों का भगा रहे हैं। टिड्डी के ये दल फसलों के आस-पास के पेड़ों एवं झाड़ियों में अपना बसेरा न बनाए इसके लिए उन पर कीटनाशकों का छिड़काव भी किया जा रहा है। कृषि वैज्ञानिक जैनेंद्र कुमार कन्नौजिया का कहना है कि टिड्डियों के हमले से फसलों के नुकसान खतरा बना हुआ है। कृषि विभाग एवं प्रशासन इस मसले पर नजर बनाए हुए है।
पाकिस्तान की तरफ से आने वाला टिड्डियों का यह दल महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके में भी दाखिल हो गया है। इनके खतरे को देखते हुए प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाए हैं। कृषि विभाग के कर्मचारियों ने फसलों एवं सब्जियों पर कीटनाशकों का छिड़काव किया है। हाल के दिनों में टिड्डियों का हमला विदर्भ के कुछ गांवों तक ही सीमित था लेकिन अब इनका दायरा बढ़ गया है। महाराष्ट्र के अमरावती, वर्धा के बाद टिड्डियों का दल नागपुर की तरफ बढ़ा है।
उत्तर प्रदेश राज्य के कृषि विभाग ने जिला स्तर पर मुख्य विकास अधिकारियों की अध्यक्षता में कमेटियां गठित की हैं और टिड्डी दलों के हमलों से बचाव के लिए हर समय तैयार रहने के लिए कहा है। कृषि अधिकारियों का कहना है कि टिड्डी दल से बचाव के लिए किसान अपने घर के आस-पास मौजूद घास-फूस का उपयोग करके धुआं करना चाहिए। इसके अलावा वे आग जलाकर, खेतों मे पटाखे फोड़कर, थाली बजाकर, ढोल-नगाड़े बजाकर टिड्डी दल को आगे बढ़ने के लिए बाध्य कर सकते हैं।
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