नई दिल्ली: दिल्ली की पहली कोरोना वायरस संक्रमित गर्भवती महिला ने एम्स अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया है। बच्चे के जन्म देने से एक दिन पहले ही महिला का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाया गया था। नौ महीने की गर्भवती महिला ने शुक्रवार शाम को लड़के को जन्म दिया। दिल्ली में कोविड-19 पॉजिटिव मां से पैदा होने वाली यह पहला बच्चा है। डॉक्टरों के अनुसार बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है। 29 वर्षीय महिला इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड में भर्ती थी। 10 डॉक्टरों की एक टीम ने योजना बनाई और उसी वॉर्ड को ऑपरेशन थियेटर में बदल दिया गया। इसके बाद सर्जरी के जरिए महिला की सफल डिलीवरी की गई।
एक हफ्ते पहले डिलीवरी हुई
महिला एम्स में फिजियोलॉजी विभाग के वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टर की पत्नी है। यह दंपति गुरुवार को टेस्ट में कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। वहीं, शुक्रवार को डॉक्टर का भाई भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक एम्स के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने कहा, 'मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। सी-सेक्शन के जरिए बच्चे की एक हफ्ते पहले डिलीवरी की गई। फिलहाल, बच्चे को मां के साथ रखा गया है क्योंकि उसे स्तनपान की आवश्यकता होगी। अब तक कोई सबूत नहीं मिली हैं कि संक्रमण स्तनपान के माध्यम से बच्चे तक फैल सकता है। मां कोविड-19 पॉजिटिव है। हम बच्चे के सैम्पल्स भी कलेक्ट करेंगे।'
कोरोना पॉजिटिव महिलाएं स्तनपान करा सकती हैं
मालूम हो कि देश के शीर्ष चिकित्सा संस्थान ने पहले से ही एक प्रोटोकॉल तैयार कर लिया है कि कैसे कोरोना पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं का ट्रीटमेंट किया जाना है। चिकित्सा संस्थान द्वारा तैयार 38 पन्नों के दस्तावेज में एक पेज गर्भवती महिलाओं की देखभाल पर केंद्रित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, कोविड-19 पॉजिटिव महिलाएं बच्चे को स्तनपान करा सकती हैं, लेकिन आवश्यक सावधानी बरतनी होगी। दिशानिर्देश बताते हैं कि महिलाओं को स्तनपान के दौरान सांस की स्वच्छता का ख्यास रखना चाहिए। इसके लिए वह मास्क पहनें और बच्चे को छूने से पहले और बाद में हाथ धोएं। इसके अलावा नियमित रूप से उन जगहों को साफ और कीटाणुरहित बनाएं जिसे उन्होंने छुआ है।
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