लखनऊ : हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की गिरफ्तारी पर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य सरकार से पूछा है कि गैंगस्टर की गिरफ्तारी हुई है या उसने सरेंडर किया है, इसे सरकार को स्पष्ट करना चाहिए। मध्य प्रदेश पुलिस ने गुरुवार सुबह विकास दुबे को उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया। दो जुलाई की रात बिकरू गांव में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाला विकास लगातार फरार चल रहा था और उसकी गिरफ्तारी के लिए यूपी की 60 टीमें लगातार दबिश दे रही थीं। कानपुर मुठभेड़ के बाद पुलिस के एनकाउंटर पर विकास के छह सहयोगी मारे गए हैं।
अखिलेश ने कहा-विकास की सीडीआर सार्वजनिक हो
अखिलेश यादव ने अपने एक ट्वीट में कहा, 'यह खबर आ रही है कि कानपुर मुठभेड़ का मुख्य आरोपी पुलिस हिरासत में है। यदि यह सही है तो सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि यह गिरफ्तारी है या सरेंडर। विकास दुबे की सीडीआर रिकॉर्ड सार्वजनिक किया जाना चाहिए ताकि उसके साथ जिसकी मिलीभगत रही है, उससे पर्दा उठ सके।'
लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था विकास
कानपुर में मुठभेड़ के बाद से विकास लगातार फरार चल रहा था। बताया जा रहा है कि वह इस दौरान फरीदाबाद, ग्वालियर और धौलपुर होते हुए मध्य प्रदेश के उज्जैन पहुंचा। पुलिस की पकड़ से बचने के लिए वह लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। पुलिस ने विकास के बारे में सुराग पाने के लिए उसके सिर पर इनाम की राशि बढ़ाकर पांच लाख रुपए कर दिया।
शिवराज ने यूपी के सीएम से की बात
वहीं, विकास दुबे की गिरफ्तारी पर मध्य प्रदेश पुलिस के हौसले बुलंद हैं। राज्य सरकार के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मध्य प्रदेश पुलिस अलर्ट पर थी। पुलिस ने विकास को गिरफ्तार कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उनकी बातचीत यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से हुई है। वह यूपी के सीएम के साथ संपर्क में है। विकास को यूपी पुलिस को सौंपा जाएगा।
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