नई दिल्ली: हरियाणा के मुरथल में स्थित प्रसिद्ध अमरीक सुखदेख ढाबा उन हजारों किसानों की मदद के लिए आगे आया है, जो केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन के लिए दिल्ली की ओर निकले हुए हैं। अमरीक सुखदेव ढाबा ने लगभग दो हजार किसानों को मुफ्त भोजन कराया। ढाबे के मालिक ने कहा, 'कोई भी किसान से बड़ा नहीं है। मुरथल में उनके भोजन की कोई कमी नहीं होगी।'
इस कृत्य के लिए सोशल मीडिया पर लोग ढाबे की जमकर प्रशंसा कर रहे हैं। यूथ कांग्रेस ने ढाबे के अंदर खाना खाने वाले किसानों का एक वीडियो भी ट्वीट किया और कहा, 'यह मेरा भारत है! सलाम। दिल्ली हरियाणा बॉर्डर मुरथल में ढाबा अमरीक सुखदेव किसानों को मुफ्त भोजन परोसता है।'
किसानों को दिल्ली में प्रदर्शन की अनुमति
केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब और हरियाणा के हजारों किसानों ने गुरुवार को दिल्ली की ओर मार्च शुरू किया। किसानों को रास्ते में रोका गया। पुलिस ने कई तरह की बाधाएं उनके सामने पैदा कीं। लेकिन शुक्रवार को आखिरकार उन्हें दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति मिल गई। हरियाणा में पुलिस ने किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पानी की बौछारें छोड़ीं और आंसू गैस के गोले दागे। पुलिस ने शुक्रवार को किसानों को उत्तरी दिल्ली के निरंकारी ग्राउंड में प्रदर्शन करने की अनुमति दी। यह दिल्ली के सबसे बड़े मैदानों में एक है।
सरकार बातचीत को तैयार
वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, 'भारत सरकार किसानों से चर्चा के लिए तैयार थी, तैयार है और तैयार रहेगी। मैं सभी किसानों से आग्रह करता हूं कि सर्दी के मौसम में और कोविड के संकट में आंदोलन स्थगित करें और चर्चा का रास्ता अपनाएं। भारत सरकार उनसे चर्चा करने के लिए तैयार है। इससे पहले भी 2 चरण अपने स्तर पर, सचिव स्तर पर किसानों से वार्ता हो चुकी है। 3 दिसंबर को बातचीत के लिए किसान यूनियन को हमने आमंत्रण भेजा है।
भाजपा के दुष्यंत गौतम ने कह कि केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें (प्रदर्शन कर रहे किसान) 3 दिसंबर को बुलाया है, पहले भी बुलाया था। परन्तु कांग्रेस राजनीति करना चाहती है, किसानों के कंधे पर आगे बढ़ना चाहती है, कांग्रेस की ये दोहरी नीति है, ये कभी भी चलने वाली नहीं है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।