सोलांग: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रोहतांग में अटल सुरंग का उद्धाटन करने के बाद लाहौल स्पीति तथा सोलांग में जनसभाओं को संबोधित किया। सोलांग में अपनी दूसरी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे कृषि सुधारों का विरोध करने वालों के पास भी वही विचार था लेकिन उनके पास साहस नहीं था, वे चुनाव को देखते थे, हम देश और किसानों के कल्याण को देखते हैं। पीएम ने कहा श्रम सुधारों ने महिलाओं को पुरूषों के समान वेतन और अवसर मुहैया कराए। पीएम मोदी ने कहा, 'अटल टनल के लोकार्पण की बधाई देते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'अटल जी जब मनाली आते थे, तो उनसे यहां के विकास को लेकर बहुत बातचीत होती थी। वो यहां मूलभूत सुविधाओं, पर्यटन की बहुत चिंता करते थे। आज अटल जी का संकल्प सिद्ध हो गया है। ये अटल टनल अपने ऊपर, इतने बड़े पहाड़ का बोझ उठाए है, जो बोझ कभी लाहौल स्पीति के लोग, मनाली के लोग अपने कंधे पर उठाते थे, उसका बोझ आज इस टनल ने उठाया है और यहां के नागरिकों को बोझ मुक्त कर दिया है।'
अटल जी का सपना
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'मनाली को बहुत अधिक पसंद करने वाले अटल जी की अटल इच्छा थी कि यहां की स्थितियां बदले, कनेक्टिविटी बेहतर हो। इसीलिए उन्होंने रोहतांग में टनल बनाने का फैसला लिया, मुझे ख़ुशी है कि आज उनका ये संकल्प सिद्ध हो गया है। अटल टनल के साथ-साथ हिमाचल के लोगों के लिए एक और बड़ा फैसला लिया गया है। हमीरपुर में 66 मेगावॉट के धौलासिद्ध हाइड्रो प्रोजेक्ट को स्वीकृति दे दी गई है। इस प्रोजेक्ट से देश को बिजली तो मिलेगी ही, हिमाचल के अनेकों युवाओं को रोज़गार भी मिलेगा।'
हिमाचल के 6 लाख के गांव में ऑप्टिकल फाइबर का काम शुरू
प्रधानमंत्री ने कहा, 'पहाड़ी प्रदेश होने के कारण हिमाचल के अनेक स्थानों पर नेटवर्क की समस्या होती रहती है। इसका स्थायी समाधान करने के लिए हाल ही में देश के 6 लाख गांव में ऑप्टिकल फाइबर बिछाने का काम शुरू किया गया है। आने वाले 1,000 दिनों में ये काम मिशन मोड में पूरा किया जाएगा। हमारी सरकार का निरंतर ये प्रयास है कि सामान्य मानवी की कठिनाई कैसे कम हो और उन्हें उनके हक का पूरा लाभ कैसे मिले, इसके लिए सभी सरकारी सेवाओं का डिजिटलीकरण कर दिया गया है। अब बार-बार दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ते।'
किसान का भविष्य उज्जवल
देश में हो रहे सुधारों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'देश में आज जो रिफॉर्म किए जा रहे हैं, उन्होंने ऐसे लोगों को परेशान कर दिया है, जिन्होंने हमेशा सिर्फ अपने राजनीतिक हितों के लिए काम किया। सदी बदल गई, लेकिन उनकी सोच नहीं बदली। अब सदी बदल गई है, सोच भी बदलनी है। कृषि सुधार कानूनों का विरोध करने वाले कहते हैं कि यथास्थिति बनाये रखो, पिछली सदी में जीना है जीने दो। लेकिन देश आज परिवर्तन के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए ही कृषि क्षेत्र के विकास के लिए कानूनों में ऐतिहासिक सुधार किया गया है। सोच तो उनकी भी थी, हमारी भी वही है, लेकिन उनमें हिम्मत की कमी थी, हमारे में हिम्मत है। उनके लिए चुनाव सामने थे, हमारे लिए देश सामने है, देश का किसान सामने है और हमारे लिए देश के किसान का उज्जवल भविष्य सामने है।'
ये देश रूकने वाला नहीं है
किसानों के मुद्दों पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के लगभग सवा 10 करोड़ किसान परिवारों के खाते में अब तक करीब 1 लाख करोड़ रुपए जमा किया जा चुका है। इसमें हिमाचल के सवा 9 लाख किसान परिवारों के बैंक खाते में भी लगभग 1000 करोड़ रुपए जमा किए गए हैं। समाज और व्यवस्थाओं में सार्थक बदलाव के विरोधी जितनी भी अपने स्वार्थ की राजनीति कर लें, ये देश रुकने वाला नहीं है। हिमाचल के नौजवान, देश के हर युवाओं के सपने हमारे लिए सर्वोपरि हैं, उन्हीं संभावनाओं को लेकर हम देश को प्रगति की ओर ले जाते हैं।'
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