नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में भारत औऱ चीन के बीच पिछले कुछ हफ्तों से तनातनी चल रही है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो सामने आया जिसमें दोनों देशों के जवानों के बीच कथित रूप से झड़प हो रही है। इस वीडियो को लेकर अब आर्मी ने बयान जारी किया है। भारतीय सेना ने रविवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच वर्तमान में कोई हिंसा नहीं हुई है।
नहीं हुई कोई हिंसा
सेना ने एक बयान जारी करते हुए कहा, 'जिस वीडियो को प्रसारित किया जा रहा है उसको प्रमाणित नहीं किया गया है। इसे उत्तरी सीमाओं की स्थिति से जोड़ने का प्रयास किया गया है। वर्तमान में इस तरह की कोई हिंसा नहीं हो रही है।' इस तरह से साफ है कि यह वीडियो लद्दाख का नहीं है। हालांकि, सेना ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह पहले की झड़पों का वीडियो था या नहीं।
बातचीत से सुलझा रहे हैं मुद्दा
आर्मी के मुताबिक, सीमा पर प्रोटोकॉल के बाद सैन्य कमांडरों के बीच बातचीत के माध्यम से दोनों पक्षों के बीच मतभेदों को सुलझाया जा रहा है। दरअसल पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग त्सो इलाके का बताया जा रहा एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा था जिमसें कथित रूप से भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हो रही है है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे किए गए जिसे आर्मी ने नकार दिया है।
मीडिया से अपील
सेना ने कहा, 'दोनों देशों के बीच सीमाओं के प्रबंधन को लेकर बने प्रोटोकॉल के तहत सैन्य कमांडरों के बीच बातचीत के माध्यम से मतभेदों को दूर किया जा रहा है। हम इस मामले को सनसनीखेज बनाने की सख्त निंदा करते हैं और मीडिया से अपील है कि वह इस तरह की वीडियो ना दिखाएं जिससे सीमा पर तनाव बढ़े और माहौल खराब हो।'
पांच मई से जारी है तनाव
आपको बता दें कि डोकलाम प्रकरण के बाद दोनों देशों के बीच इन दिनों सबसे बड़ा टकराव पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग त्सो, गलवान घाटी, डेमचोक और दौलत बेग ओल्डी में चल रहा है। यह तनाव पिछले तीन हफ्तों से भी अधिक समय से चल रहा है। हालात उस समय बिगड़ गए जब पांच मई को लगभग 250 चीनी और भारतीय सैनिक पैंगोंग त्सो एरिया में आमने सामने आ गए। उसे बाद से ही दोनों देशों के बीच गतिरोध जारी है।
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