नई दिल्ली: पिछले कुछ समय से चीनी सामान के बहिष्कार की मांग रह-रहकर जोर पकड़ती रहती है। लेकिन भारत-चीन सीमा पर तनाव के दौरान इन दिनों चीनी ऐप्स को अनइनस्टॉल करने वालों की तादाद भी बढ़ने लगी है। हाल ही में यूट्यूब बनाम टिकटॉक कंटेंट क्रिएटर के दरमियान खूब बहस देख गई। इस बहस का भी चीनी ऐफ टिकटॉक को काफी खामियाजा भुगतना पड़ा। इस बीच भारतीय इंजीनियर्स ने चीनी ऐप्स को फोन से हटाने के लिए एक खास ऐप बनाया है। OneTouch Apps Labs ने 'रिमूव चाइनीच ऐप्स' नाम से यह डेवलप किया है। यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर भी उपलब्ध है।
एक लाख से अधिक डाउनलोड
इस ऐप का मुख्य काम स्मार्टफोन के उन ऐप्स को स्कैन करना है, जो चीनी डेवलपर्स द्वारा डेवलप किए गए हैं। 'रिमूव चाइनीच ऐप्स' को अभी तक एक लाख से अधिक मर्तबा डाउनलोड किया जा चुका है। वहीं, 24,000 से ज्यादा यूजर ने इसका रिव्यू लिखा है। ऐप को प्ले स्टोर पर सॉलिड '4.8-स्टार रेटिंग' मिल चुकी है। यह ऐप महज 3.5 एमबी का है। साथ ही इसमें एड के बार-बार आने की भी दिक्कत नहीं है। इसस मालूम होता है कि डेवलपर का मकसद शायद पैसा कमाना नहीं बल्कि चीनी ऐप का बायकॉट करना है।
'रिमूव चाइनीच ऐप्स' को कैसे यूज करें?
1. Remove China Apps को प्ले स्टोर से डाउनलोड करें
2. इंस्टॉलेशन के बाद ऐप ओपन करें
3. 'scan china apps' पर क्लिक करें
4. राइट में 'बिन' आइकन पर टैप करें और ऐप से छुटकारा पाएं
चीनी ऐप्स भरोसेमंद क्यों नहीं?
सबसे पहली बात चीन अपने खिलाफ कंटेंट को सेंसर करता है। यूट्यूब जहां आलोचनात्मक वीडियो पर पाबंदी नहीं लगाता वहीं टिकटॉक जैसे एप्लिकेशन चीन विरोधी वीडियो को रिच नहीं देते। इसे सेंसरिंग कहा जाता है और चीन पर वर्षों से इसका आरोप लग रहा है। साथ ही चीन की सरकार के हर निजी और सार्वजनिक फर्म के डेटाबेस पर सेंध लगाने के लिए भी जान जाती है। इसी को देखते हुए अमेरिका ने अपना यहां सरकारी प्राधिकरण और उनसे संबंधित परिवार में किसी भी शख्स द्वारा टिकटॉक के यूज प्रतिबंध लगा रखा है।