'मुस्लिम नेता कब तक गुलाम बने रहेंगे'; गुलाम नबी आजाद के बहाने असदुद्दीन ओवैसी का कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना

देश
लव रघुवंशी
Updated Aug 24, 2020 | 16:35 IST

असदुद्दीन ओवैसी ने गुलाम नबी आजाद के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं को सोचना चाहिए कि वे कब तक कांग्रेस नेतृत्व के गुलाम बने रहेंगे।

Asaduddin Owaisi
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी  |  तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
  • गुलाम नबी आजाद के बहाने ओवैसी ने कांग्रेस पर निशाना साधा
  • मुस्लिम नेता कब तक कांग्रेस नेतृत्व के गुलाम बने रहेंगे: ओवैसी
  • गुलाम नबी आजाद मुझे और मेरी पार्टी को भाजपा की 'बी' टीम कहते थे: ओवैसी

नई दिल्ली: कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में राहुल गांधी ने सोनिया गांधी को पत्र लिखने वाले सभी नेताओं को भाजपा का एजेंट बता दिया। इसके बाद पत्र लिखने वाले नेताओं में से एक गुलाम नबी आजाद ने कहा कि अगर ये साबित हो जाए कि वो बीजेपी से सांठ-गांठ कर रहे हैं तो वो पार्टी छोड़ देंगे। इस पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस पर निशाना साधा है साथ ही मुस्लिम कार्ड भी खेल दिया है।

ओवैसी ने कहा, 'गुलाम नबी आजाद हमें बीजेपी की 'बी' टीम कहते थे। अब, उनकी पार्टी के पूर्व प्रमुख ने कहा कि उन्होंने पत्र पर हस्ताक्षर करके भाजपा के साथ मिलीभगत की। कांग्रेस में मुस्लिम नेता, जो समय बर्बाद कर रहे हैं, उन्हें सोचना चाहिए कि वे कब तक कांग्रेस नेतृत्व के गुलाम बने रहेंगे।' 

हालांकि कांग्रेस की तरफ से स्पष्ट किया गया कि राहुल गांधी ने ऐसे शब्द का उपयोग नहीं किया है। पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया कि राहुल गांधी ने पत्र लिखे जाने की टाइमिग को लेकर सवाल जरूर उठाए लेकिन उन्होंने पत्र लिखने वालों को भाजपा का एजेंट नहीं कहा था। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी ने असंतुष्टों के लिए भाजपा से सांठगांठ होने की कोई बात नहीं की।

वहीं बाद में गुलाम नबी आजाद ने भी कहा कि राहुल गांधी ने यह कभी नहीं कहा, न ही सीडब्ल्यूसी में और न ही बाहर कि यह पत्र (पार्टी नेतृत्व के बारे में सोनिया गांधी को) भाजपा के साथ मिलकर लिखा गया। बता दें कि सोनिया गांधी को लिखे इस पत्र में नेतृत्व परिवर्तन और सुधार की मांग की गई थी। 

सिब्बल ने भी जताई नाराजगी

इसके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी राहुल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'राहुल गांधी का कहना है कि हम भाजपा के साथ साठगांठ कर रहे हैं। राजस्थान हाई कोर्ट में कांग्रेस पार्टी का पक्ष रखते हुए सफल हुआ। मणिपुर में भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए पार्टी का पक्ष रखा। पिछले 30 वर्षों से किसी मुद्दे पर भाजपा के पक्ष में कोई बयान नहीं दिया। फिर भी हम भाजपा के साथ साठगांठ कर रहे हैं।' हालांकि बाद में पार्टी से स्पष्ट होने के बाद उन्होंने कहा, 'राहुल गांधी ने व्यक्तिगत तौर पर मुझे सूचित किया कि उन्होंने वो कभी नहीं कहा था जो उनके हवाले से बताया गया है। ऐसे में मैं अपना पहले का ट्वीट वापस लेता हूं।'
 

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