राजस्थान (Rajasthan) की सत्ता में उथल पुथल मची हुई है और राज्य के उप मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से सचिन पायलट (Sachin Pilot) को हटाए जाने के एक दिन राज्य का सियासी पारा काफी चढ़ गया है। पायलट ने बुधवार को कहा था कि वह भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने नहीं जा रहे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की वापसी कराने के लिए उन्होंने काफी मेहनत की। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को आरोप लगाया कि सचिन पायलट राज्य सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में हैं और वह भाजपा के हाथों खेल रहे हैं। कांग्रेस ने पायलट के करीबी मंत्रियों पर भी कार्रवाई की है।
इस सियासी घमासान के बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हमें लोगों को जयपुर में होटल में रखना पड़ा था, अगर उस वक्त हम होटल में नहीं रखते तो जो आज मानेसर में हो रहा है वो उस वक्त हो रहा होता।
गहलोत ने सचिन पायलट का नाम लिए बगैर कहा कि अच्छी अंग्रेजी बोलना, अच्छी बाइट देना और खूबसूरत होना सब कुछ नहीं है। देश, आपकी विचारधारा, नीतियों और प्रतिबद्धता के लिए आपके दिल के अंदर क्या है, सब कुछ माना जाता है। कांग्रेस ने युवाओं को तरजीह दी है। युवाओं को संगठन में तथा सरकार में पद दिए गए हैं...
वहीं इस मामले पर बीजेपी इस सारे घटनाक्रम पर बारीकी से निगाह रखे हुए है और इस पर पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा (Sambit Patra) ने बहुत ही सधे हुए अंदाज में गहलोत ने जो कहा-अच्छी अंग्रेजी बोलना, अच्छी बाइट देना और खूबसूरत होना सब कुछ नहीं है...इसपर कहा है कि ये तो राहुल गाधी (Rahul Gandhi) पर हमला है इस बावत पात्रा ने ट्वीट किया है।
वहीं कांग्रेस सचिन पायलट और उनके समर्थकों पर कार्रवाई करने की सोच रही है। राजस्थान विधानसभा के स्पीकर सीपी जोशी ने पायलट सहित कांग्रेस के बागी विधायकों को नोटिस जारी किया है। इन नेताओं से अपना जवाब 17 जुलाई तक देने के लिए कहा गया है। राज्य सरकार के चीव ह्विप महेश जोशी ने स्पीकर के पास शिकायत दर्ज कराई है जिसके बाद बागी नेताओं को नोटिस जारी करने की कार्यवाही हुई है।
इस घटनाक्रम के बीच सचिन पायलट ने बयान दिया है समाचार एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत में पायलट ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने नहीं जा रहे। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस को सत्ता में लाने के लिए उन्हों काफी मेहनत की। मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि पिछले कुछ दिनों में पायलट की भाजपा नेताओं के साथ बातचीत हुई है और वह उनके संपर्क में हैं लेकिन पायलट ने भाजपा में शामिल होने की अटकलों को एक तरह से खारिज कर दिया है। वहीं, पायलट के समर्थन में एकुटता जाहिर करते हुए टोंक में कांग्रेस के कई पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे दिए हैं। कांग्रेस द्वारा दोनों पदों से हटाए जाने के बाद पायलट ने कहा कि 'सत्य को परेशान किया जा सकता है लेकिन उसे हराया नहीं जा सकता।'
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