पटना: जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का नेता चुन लिया गया जिससे उनके एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया। बिहार में नयी सरकार का शपथग्रहण सोमवार को शाम साढ़े चार बजे होगा। नीतीश कुमार ने राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। हालांकि, उपमुख्यमंत्री पद को लेकर सुशील कुमार मोदी (Sushil Modi) के नाम पर संशय कायम रहा।
मुख्यमंत्री आवास-1अणे मार्ग पर राजग की संयुक्त बैठक में नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से गठबंधन के विधानमंडल दल का नेता चुन लिया गया। भाजपा पर्यवेक्षक एवं केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी घोषणा की। बिहार की राजधानी में दिनभर चले घटनाक्रम में उपमुख्यमंत्री के नाम को लेकर संशय बना रहा। इस बारे में सवालों पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह और देवेन्द्र फडणवीस ने स्पष्ट कुछ कहने की बजाए सिर्फ इतना कहा कि उचित समय पर जानकारी मिल जायेगी।
बिहार में राजग गठबंधन की पिछली सरकारों में उपमुख्यमंत्री रहे सुशील कुमार मोदी के एक ट्वीट से कई तरह की अटकलें लगनी शुरू हो गई। सुशील मोदी ने ट्वीट किया, 'भाजपा एवं संघ परिवार ने मुझे काफी कुछ दिया और आगे भी जो ज़िम्मेदारी मिलेगी उसका निर्वहन करूंगा तथा कार्यकर्ता का पद तो कोई छीन नहीं सकता।'सुशील मोदी के बयान पर बीजेपी नेता एवं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ट्वीट कर कहा, 'आदरणीय सुशील जी आप नेता हैं, उप मुख्यमंत्री का पद आपके पास था, आगे भी आप भाजपा के नेता रहेंगे ,पद से कोई छोटा बड़ा नहीं होता।'
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी और जेडीयू के कुछ चेहरे लगभग तय माने जा रहे हैं कि वो मंत्री बनने जा रहे हैं ये हैं-नंद किशोर यादव, प्रेम कुमार, मंगल पांडेय,संजय झा, श्रवण कुमार, विनोद नारायण झा,बीमा भारती, विजेंदर प्रसाद यादव वहीं नई सरकार में युवा और नए चेहरों को मौका मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इनमें से बीजेपी और जेडीयू के नेताओं को जगह दी जा सकती है।
वहीं, बीजेपी विधानमंडल दल की बैठक में कटिहार से भाजपा विधायक तारकिशोर प्रसाद को भाजपा विधानमंडल दल का नेता और बेतिया से विधायक रेणु देवी को उपनेता चुना गया। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने संवाददाताओं को यह जानकारी दी। बहरहाल, प्रसाद और रेणु देवी के उपमुख्यमंत्री बनाये जाने की अटकलें लगाई जा रही है।भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की मौजूदगी में मुख्यमंत्री आवास, एक अणे मार्ग पर हुई राजग के घटक दलों की संयुक्त बैठक हुई।
मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस इस बैठक में नीतीश कुमार के साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के चुनाव प्रभारी देवेन्द्र फडणवीस सहित ‘हम’ नेता जीतन राम मांझी, वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी शामिल हुए।फडणवीस ने कहा, 'बिहार में आज सम्पन्न एनडीए विधानमंडल दल की बैठक में गठबंधन के नेता के रूप में नीतीश कुमार जी का सर्वसम्मति से चयन किया गया। मैं उन्हें बहुत बहुत बधाई देता हूं।'
NDA गठबंधन का नेता चुने जाने के साथ ही नीतीश कुमार के एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बैठक के बाद राजभवन गए और राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात की सरकार बनाने का दावा एवं पत्र पेश किया।नीतीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ कल (सोमवार) दोपहर बाद 4 से 4.30 बजे के दौरान शपथ ग्रहण समारोह होगा।’’उन्होंने कहा कि अभी सभी घटक दलों के नेताओं के साथ हमने राज्यपाल को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के निर्णय के बारे में जानकारी दे दी।कुमार ने कहा, 'राज्यपाल महोदय ने मुझे मुख्यमंत्री मनोनीत किया है।'
उन्होंने कहा कि आगे राज्य का विकास हो, इसके लिये हम सभी मिलकर काम करेंगे, सभी मिलकर हर क्षेत्र और हर तबके के विकास के लिये काम करेंगे।उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण के बाद कैबिनेट की बैठक होगी और उसमें तय होगा कि सदन की बैठक कब बुलानी है ताकि सदस्यों का शपथ ग्रहण हो सके। मंत्रियों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कितने लोग शपथ लेंगे, यह भी तय हो जायेगा। यह पूछे जाने पर कि क्या सुशील कुमार मोदी उपमुख्यमंत्री बनेंगे, कुमार ने कहा कि यह भी थोड़े समय में तय हो जायेगा।
भाजपा के पर्यवेक्षक बनाये गए वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह पटना पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री आवास पहुंचे, जहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के विधानमंडल दल की संयुक्त बैठक हुई। जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष अशोक चौधरी ने ट्वीट किया , 'आज एक अणे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर जदयू एवं राजग के विधानमंडल दल की महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को पुनः एनडीए दल के नेता के रूप में चुना गया।' इससे पहले जदयू विधायक दल की बैठक हुई। सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में नीतीश कुमार को जदयू विधायक दल का नेता चुना गया।
उधर, भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री प्रेम कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि वह उपमुख्यमंत्री पद के लिये कोई दावेदारी नहीं कर रहे हैं और उन्हें जो भी दायित्व दिया जायेगा, उसे पूरा करेंगे, उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर बिहार के सपने को साकार करने के लिये प्रतिबद्ध है। प्रेम कुमार ने कहा कि राजग में सर्वसम्मति से इस पर निर्णय कर लिया जायेगा कि कौन नेता होगा और कौन उपमुख्यमंत्री। गौरतलब है कि हाल में संपन्न बिहार विधानसभा चुनाव में रोमांचक मुकाबले में राजग गठबंधन को 125 सीटें हासिल हुईं, जबकि विपक्षी महागठबंधन को 110 सीटें मिली हैं. राजग में बीजेपी को 74 सीटें, जद (यू) को 43, हम और वीआईपी को चार-चार सीटें मिली हैं। वर्ष 2015 के विधानसभा चुनावों में जद (यू) को 71 सीटें मिली थीं।
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