नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व सांसद हरिनारायण राजभर ने विवादास्पद बयान देते हुए भारतीय किसान यूनियन (BKU) नेता राकेश टिकैत को 'आतंकवादी' कहा और कहा कि कृषि कानूनों को वापस लेने से किसानों को नुकसान होगा और 'खालिस्तानी गुंडों' को लाभ होगा। सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में घोसी के पूर्व लोकसभा सांसद हरिनारायण राजभर ने यह भी आरोप लगाया कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने माफिया मुख्तार अंसारी के शूटर के रूप में काम किया है।
उत्तर प्रदेश की कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह सरकार में राज्य मंत्री रह चुके राजभर ने किसान आंदोलन के दौरान 700 किसानों की मौत के लिए टिकैत को जिम्मेदार ठहराया और मांग की कि उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और मृत किसानों के परिजनों को मुआवजा देने के लिए उनकी संपत्ति को जब्त कर लिया जाए। किसान संगठनों के नेताओं ने दावा किया है कि आंदोलन के दौरान 700 से अधिक किसानों की मौत हुई थी।
वीडियो में राजभर ने कहा कि टिकैत सहित प्रदर्शनकारी किसान नेता उग्रवादी (आतंकवादी) हैं। उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों को वापस लेने से किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है और मुट्ठी भर 'खालिस्तानी गुंडों' को लाभ हुआ है। किसान नेताओं ने सरकार के लचीले रुख का अनुचित फायदा उठाया। प्रदर्शनकारी किसान नहीं हैं।
हरिनारायण राजभर ने एसबीएसपी प्रमुख ओम प्रकाश राजभर पर भी हमला करते हुए कहा कि राजनीति में आने से पहले वो माफिया मुख्तार अंसारी के शूटर थे। ओम प्रकाश राजभर ने अपने आपराधिक अतीत को छिपाने के लिए एक राजनेता का वेश धारण किया।
भाजपा नेता के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए एसबीएसपी महासचिव अरुण राजभर ने कहा कि यह केवल संभावित हार का प्रतिबिंब है, जिसका आगामी चुनावों में भाजपा का सामना करना पड़ेगा। जिस नेता ने बयान दिया है उसे अपने दावों को साबित करने के लिए एक दस्तावेज दिखाना चाहिए।
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