नई दिल्ली: पीएम मोदी ने आज अयोध्या को लेकर बनाए गए विजन डॉक्यूमेंट पर एक समीक्षा बैठक की। इस वर्चुअल बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और दिनेश शर्मा भी शामिल हुए। बैठक से श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को दूर रखा गया था। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या में परंपराओं की ऐसी झलक दिखनी चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी कम से कम एक बार यहां जरूर आना चाहे।
पीएम ने बैठक में कही ये बात
सरकारी सूत्रों के मुताबिक अयोध्या विकास योजना की बैठक पर में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा किअयोध्या के मानवीय लोकाचार भविष्य के बुनियादी ढांचों से मिलते जुलते होने चाहिए। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने अयोध्या की पहचान का जश्न मनाने, नवीन तरीकों से इसकी सांस्कृतिक जीवंतता को बनाए रखने के लिए सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि अयोध्या को हमारी उत्कृष्ट परम्पराओं, सर्वश्रेष्ठ विकास परिवर्तनों को प्रदर्शित करना चाहिए। उन्होंने अयोध्या को हर भारतीय की सांस्कृतिक चेतना में उकेरा हुआ शहर बताया।
विकास कार्य रहेंगे जारी
पीएम ने कहा कि अयोध्या में परंपराओं की ऐसी झलक दिखनी चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ियों के मन में अपने जीवन में कम से कम एक बार अयोध्या जाने की इच्छा महसूस हो। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में अयोध्या में विकास कार्य जारी रहेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा, 'अयोध्या को प्रगति की इस अगली छलांग की ओर ले जाने की गति अभी से शुरू करें। अयोध्या की पहचान का जश्न मनाने और नए तरीकों से इसकी सांस्कृतिक जीवंतता को बनाए रखने का हमारा प्रयास सामूहिक है।'
अधिकारियों को दी बधाई
पीएम मोदी ने ये भी कहा कि जिस तरह भगवान राम में लोगों को साथ लाने की क्षमता थी, उसी तरह अयोध्या के विकास कार्यों में जन भागीदारी होनी चाहिए, खासतौर से युवाओं की। बैठक के दौरान पीएम मोदी ने अयोध्या का विकास मॉडल तैयार कर रहे अधिकारियों को उनकी कड़ी मेहनत के लिए बधाई दी। बैठक में प्रदेश सरकार ने ही अयोध्या में14 हजार करोड़ की योजनाओं के बारे में विजन डॉक्यूमेंट के जरिए बताया।
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