नई दिल्ली। लाकडाउन का आज आखिरी दिन है, आगे क्या होने वाला है उसके बारे में पीएम नरेंद्र मोदी देश को संबोधन के जरिए बताएंगे। लेकिन कोरोना के जो आंकड़े सामने आए हैं, वो डराने वाले हैं, दरअसल पिछले 24 घंटे में 1211 मामले दर्ज किए गए हैं जो अब तक का रिकॉर्ड है। पिछले 24 घंटे में मरने वालों की संख्या में 35 का इजाफा हुआ है। अब तक 339 जान गंवा चुके हैं। इस आंकड़े की सबसे बड़ी बात यह है कि आधे से अधिक मामले महाराष्ट्र और दिल्ली से जुड़े हैं। इसका अर्थ यह है कि कोरोना की वजह से सबसे खराब स्थिति महाराष्ट्र और दिल्ली की है।
तेजी से मामले बढ़े
कोरोना के मामलों में इतनी तेजी से इजाफा होने के पीछे जानकार एक वजह रैपिड टेस्ट में बढ़ोतरी को भी बता रहे हैं। लेकिन अगर टेस्ट की बात को एक किनारे रख दें तो भी जो आंकड़े सामने आए हैं वो डराने वाले हैं। दिल्ली में सोमवार को कुल 325 कोरोना पॉजिटिव लोगों की रिपोर्ट आई जिसके बाद आंकड़े का ग्राफ तेजी से बढ़ गया।
चेन ऑफ ट्रांसमिशन को तोड़ना जरूरी
कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लॉकडाउन को अमल में लाया गया है। सरकार की तरफ से यह बयान भी आया कि अगर लॉकडाउन का फैसला नहीं हुआ होता तो संक्रमित लोगों की संख्या आठ लाख से ज्यादा होती। अगर उस आंकड़े से तुलना करें को निश्चित तौर यह आंकड़े डराने वाले नहीं हैं। लेकिन कोरोना का वायरस जितनी तेजी से लोगों को अपनी गिरफ्त में लेता है वो चिंताजनक है, जानकार भी कहते हैं कि इस बीमारी से निपटने के लिए टेस्ट का होना तो जरूरी है। लेकिन चेन ऑफ ट्रांसमिशन को तोड़ना उससे भी ज्यादा जरूरी है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।