नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) से यूपी को पूल टेस्टिंग की अनुमति मिल गई है, अब हम प्रदेश में पूल टेस्टिंग भी करने जा रहे हैं। इसमें कई सैम्पल्स को एक साथ टेस्ट किया जाता है। उन्होंने बताया कि इसके अंतर्गत अगर 10 सैम्पल्स को चेक करने पर टेस्ट निगेटिव आते हैं तो माना जाता है कि सभी सैम्पल्स संक्रमण मुक्त हैं और अगर इसमें संक्रमण निकलता है तो इन सैम्पल्स की जांच अलग-अलग करनी पड़ती है। इससे स्क्रीनिंग का काम तेज हो जाता है। इसका प्रोटोकॉल तय हो रहा है, कल से यानी मंगलवार से इस पर कार्य प्रारम्भ किया जाएगा। उत्तर प्रदेश पूल टेस्टिंग करने वाला देश का पहला राज्य होगा।
अमित मोहन प्रसाद ने बताया, 'सैम्पल टेस्टिंग की संख्या प्रदेश में पहले से काफी बढ़ गई है। प्रतिदिन 2,000 के करीब सैम्पल्स विभिन्न प्रयोगशालाओं में भेजे जा रहे हैं, कल प्रदेश में सबसे ज्यादा 1,980 सैम्पल्स की टेस्टिंग हुई है।' इसके अलावा उन्होंने कहा कि आज से हेल्पलाइन नंबर- 1800-180-5145 के जरिए टेलीकंसल्टेशन की सुविधा आरंभ कर दी गई है। कई लोगों ने कॉल करके डॉक्टर्स से कंसल्टेशन भी किया है।
25 अन्य जिलों में सामने आए 62 हॉटस्पॉट
उत्तर प्रदेश में अभी तक 41 जिलों से 550 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। इसमें से 47 पूरी तरह से स्वस्थ होकर डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। सरकार ने सोमवार को बताया कि राज्य के 25 अन्य जिलों में 62 हॉटस्पॉट जगहों की पहचान की गई है और इन स्थानों पर कोविड-19 से संक्रमित 80 केस मिले हैं। सरकार इन जगहों की बैरिकेंडिंग करने के बाद उन्हें सैनिटाइज कर रही है। बता दें कि इसके पहले यूपी सरकार ने राज्य के 15 जिलों में 146 हॉटस्पॉट स्थानों की पहचान की थी। इन जगहों को सील कर सेनिटाइज कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इन जगहों पर जरूरी सेवाओं एवं सामग्रियों की होम डिलीवरी की जा रही है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह विभाग अवनीश अवस्थी ने बताया कि राज्य के 25 अन्य जिलों में 62 हॉटस्पॉट जगहों की पहचान की गई है। इन जगहों पर 1,62,664 घरों को पहचान की गई है जिसमें 9,50,828 लोग रहते हैं। यहां पर कोविड-19 के 80 केस मिले हैं।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।