नई दिल्ली : देश के कुछ तटवर्ती इलाकों में एक बार फिर चक्रवात का खतरा पैदा हो गया है। भारत मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का सिस्टम बन रहा है, जो शनिवार को एक गहरे दबाव के रूप में तेज हुआ है। रविवार शाम तक इसके चक्रवात के रूप में बदल जाने का अनुमान है। इसे चक्रवात गुलाब (Cyclone Gulab) नाम दिया गया है, जिसकी वजह से उत्तर आंध्र प्रदेश, दक्षिण ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में तेज बारिश होने का अनुमान है। IMD ने इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान हवा की गति 70 से 90 किलोमीटर प्रतिघंटा हो सकती है।
मौसम विभाग ने आंध्र प्रदेश के कलिंगपट्टनम-विशाखापत्तनम और ओडिशा में गोपालपुर के आसपास के क्षेत्र के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। IMD के अनुमान के मुताबिक, इन इलाकों से चक्रवात अगले चार-पांच घंटों में पार कर सकता है। इस दौरान पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भी तूफान के साथ तेज बारिश होने का अनुमान है। अगले 24 घंटों के दौरान चक्रवात के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर और पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने अनुमान है, जिसकी वजह से पूर्वी व मध्य भारत के कुछ हिस्सों में बड़े पैमाने पर तूफानी बारिश हो सकती है।
बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान को देखते हुए मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है, जिसके बाद तटवर्ती इलाकों में राहत व बचाव के लिए अलग-अलग टीमें तैनात कर दी गई हैं। इस दौरान लोगों को गहरे समुद्र में नहीं उतरने की सलाह दी गई है। मछुआरों को 25 सितंबर से लेकर गली सूचना तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, बंगाल और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में भी 26 सितंबर को मूसलाधार बारिश के कारण सड़कों पर बाढ़, निचले इलाकों में जलभराव को लेकर चेतावनी दी गई है और लोगों को बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने को कहा गया है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।