दिल्ली में कोविड-19 की गंभीर स्थिति, 22 निजी अस्पतालों को बेड्स तैयार करने के निर्देश 

देश
आलोक राव
Updated Jun 10, 2020 | 08:38 IST

Delhi's private hospitals to reserve beds for coronavirus patients: दिल्ली सरकार ने राजधानी के 22 निजी अस्पतालों को कोविड-19 मरीजों के लिए बेड्स आरक्षित रखने का निर्देश दिया है।

Delhi govt directs 22 private hospitals to reserve more beds for coronavirus patients
दिल्ली में तेजी से बढ़ रही कोरोना के मरीजों की संख्या।  |  तस्वीर साभार: PTI
मुख्य बातें
  • दिल्ली में तेजी से बढ़ रही है कोरोना मरीजों की संख्या, सामूदायिक प्रसार का खतरा
  • दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री संत्येंद्र जैन ने कहा है कि मरीजों में सक्रमण के स्रोत का पता नहीं
  • दिल्ली सरकार ने अब निजी अस्पतालों को अतिरिक्त बेड की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है

नई दिल्ली : राजाधानी दिल्ली में कोविड-19 मरीजों की संख्या में हो रही बेतहाशा वृद्धि को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने निजी अस्पतालों को भी अपनी मुहिम से जोड़ने का फैसला किया है। दिल्ली सरकार ने मंगलवार को 22 निजी अस्पतालों को कोरोना मरीजों के लिए बेड्स रिजर्व करने का निर्देश दिया। सरकार ने इन अस्पतालों से कोरोना मरीजों के लिए अतिरिक्त 2015 बेड्स की व्यवस्था करने का आदेश दिया है। इससे पहले राज्य सरकार ने 24 मई के अपने निर्देश में निजी अस्पतालों एवं नर्सिंग होम्स को अपनी क्षमता के 20 प्रतिशत बेड्स कोविड-19 के मरीजों के लिए आरक्षित रखने की बात कही थी।

मरीजों की संख्या में हो रही तेजी से वृद्धि
अनलॉक-1 के लागू होने के बाद राजधानी दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या में बड़ी संख्या में बढ़ोतरी हुई है। बीते दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या में रोजाना करीब 1000 की वृद्धि हुई है। तेजी से बढ़ते कोरोना के बढ़ते मामले राज्य सरकार के लिए चिंता का विषय बन गए हैं। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने राजधानी में महामारी के सामूदायिक प्रसार होने का संकेत दिया है। उप मुख्यमंत्री ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि 15 जून तक दिल्ली में 44000 केस होंगे और 6600 बेड की आवश्यकता होगी। तीस जून तक दिल्ली में एक लाख केस बढ़ जाएंगे और 15000 बेड की जरूरत होगी। 15 जुलाई तक राजधानी में 2.25 लाख केस होंगे और 33 हजार बेड चाहिए होंगे और जुलाई के अंत तक दिल्ली में 5.5 लाख केस होंगे और 80 हजार बेड की जरूरत होगी।

जैन ने कहा-आधे मरीजों में संक्रमण के स्रोत का पता नहीं
दिल्ली राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में हिस्सा लेने के बाद सिसोदिया ने कहा, ' केंद्र सरकार के अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली में अभी महामारी का सामूदायिक प्रसार नहीं हुआ है।' इससे पहले दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस के जितने मामले सामने आ रहे हैं उनमें से आधे मरीजों के संक्रमण का स्रोत का पता नहीं चल पा रहा है। सामूदायिक प्रसार किसी बीमारी की तीसरा चरण होता है और इस चरण में संक्रमण के स्रोत का पता नहीं चलता है। जैन ने कहा कि दिल्ली में महामारी तीसरे चरण में पहुंची है कि नहीं इस बारे में फैसला केंद्र सरकार ही कर सकती है।

एम्स के निदेशक ने सामूदायिक प्रसार की बात कही है
एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया दिल्ली में महामारी के सामूदायिक प्रसार होने की बात कह चुके हैं लेकिन केंद्र सरकार ने इसे स्वीकार नहीं किया है। जैन ने कहा कि दिल्ली में अब तक कोविड-19 के 30,000 मामले सामने आ चुके हैं और यह शहर मुंबई से बहुत पीछे नहीं है। जैन ने कहा कि हम मुंबई से 10 दिन पीछे हैं। हमारे यहां अगले 10 दिनों में कोरोना मरीजों की संख्या 50,000 तक पहुंच जाएगी। 
 

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