नई दिल्ली : देश भर में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। दिल्ली में इसके मामले 120 के करीब पहुंच गए हैं। दिल्ली हेल्थ विभाग ने बताया कि कुल 97 मरीजों में से 89 एलएनजेपी अस्पताल, जीटीबी अस्पताल, आरएमल अस्पताल, सफदरजंग अस्पताल और राजीव गांधी सुपर स्पेश्येलिटी अस्पताल समेत विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं। जिनमें से दो लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली में संक्रमण के कुल मामलों में से 5 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। वहीं निजामुद्दीन इलाके में धार्मिक सभा में 200 से ज्यादा लोगों ने शिरकत की थी बाद में इनमें कोरोना के लक्षण दिखने शुरू हो गए। फिलहाल 1400 संदिग्ध लोगों को वहां से निकाला गया है जिन्हें आइसोलेशन में रखा जाएगा।
कुल केस- 120 डिस्चार्ज/ठीक हुए - 05 मौत- 02
दिल्ली पुलिस ने 23 मार्च को मरकज को खाली करने और लॉकडाउन के दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए मरकज, निज़ामुद्दीन के सीनियर मेंबर्स को किया था आगाह।
राजधानी दिल्ली में कोरोना के मंगलवार को 23 नए मामले सामने आए हैं ऐसे में कुल मामलों की संख्या बढ़कर 120 हो गई है।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि 48 विदेशी जो निजामुद्दीन की मरकज सभा में शामिल हुए थे, उत्तर-पूर्वी दिल्ली की 5 मस्जिदों में मौजूद हैंकार्रवाई के लिए उनकी सूचना पुलिस द्वारा जिला आयुक्त को दे दी गई है।
सरकार ने तय किया है कि तबलगी गतिविधियों के लिए विदेश से आने वालों को आगे से टूरिस्ट वीजा जारी नहीं किया जाएगा।
हम 2,700 से अधिक फूड सेंटर स्थापित करने जा रहे हैं। हम रोजाना 10-12 लाख लोगों को खाना खिलाएंगे, अभी हम वर्तमान में हम प्रतिदिन 4 लाख लोगों को भोजन करा रहे हैं।
सीएम बोले- ये ऐसी बीमारी है जिससे बड़े-बड़े देश भी नहीं बचे, ऐसी स्थिति में भी अगर हम गैर-जिम्मेदाराना हरकत करेंगे तो बहुत दिक्कत होगी।
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा- हमने 97 मामलों का विश्लेषण किया है जिसमें मरकज से 24 मामले, 41 विदेशी यात्री, विदेशी यात्रियों के 22 करीबी रिश्तेदार शामिल हैं। स्थिति नियंत्रण में है,कोई सामुदायिक प्रसारण नहीं है।
उन्होंने कहा कि मैं Covid19 के खिलाफ हमारी सामूहिक लड़ाई में सभी का समर्थन चाहता हूं, उन्होंने कहा कि कोरोना का स्थानीय प्रसारण दिल्ली में नियंत्रण में है, रिपोर्टों के अनुसार हम community transmission की स्टेज में नहीं हैं।
दिल्ली सरकार ने 800 से अधिक ऐसे केंद्र स्थापित किए हैं जो जरूरतमंद लोगों को आश्रय और भोजन प्रदान करते हैं।
बाबरपुर में मोहल्ला क्लिनिक का डॉक्टर कोरोना संक्रमण का शिकार
मौजपुर में मोहल्ला क्लिनिक डॉक्टर के कोरोना संक्रमित होने के बाद बाबरपुर इलाके में भी मोहल्ला क्लिनिक का डॉक्टर कोरोना संक्रमित पाया गया है। ऐहतियात के तौर पर इलाके में नोटिस चस्पा कर 12 से 20 मार्च के बीच सभी मरीजों से खुद को घरों में 15 दिन तक अलग थलग रहने के लिए कहा गया है।
दिल्ली में लिए गए कुछ बड़े ऐलान
खाना वितरण केंद्रों की संख्या को 500 से बढ़ाकर 2500 करने पर फैसला
होम क्वारंटाइन पर सख्ती से अमल किया जाएगा। करीब 20 हजार लोगों की पहचान की गई है।
सोशल डिस्टेंसिंग को बढ़ावा देने के लिए जनजागरण अभियान में और तेजी लाई जाएगी।
निजामुद्दीन को लेकर हो रही है हाई लेवल मीटिंग
कोरोना वायरस और मरकज भवन, निजामुद्दीन के मुद्दों को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर एक उच्च-स्तरीय बैठक चल रही है। बैठक में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और अन्य अधिकारी मौजूद हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल अनिल बैजल निजामुद्दीन मरकज मुद्दे पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर रहे हैं।
निजामुद्दीन के 1034 लोग अब तक किए गए शिफ्ट
मरकज इमारत, निजामुद्दीन के लोग अस्पतालों और आइसोलेशन सेंटरों में स्थानांतरित किए जा रहे हैं। बसों के 34 ट्रिप के जरिए 1034 लोग अब तक 334 अस्पतालों में और 700 आइसोलेशन केंद्रों में शिफ्ट किए गए हैं। यहां एकत्रित 24 लोगों ने अब तक कोरोना पॉजिटि टेस्ट किए गए हैं।
मरकज में शामिल हुए 2500 लोग, 860 अस्पताल में भर्ती
निजामुद्दीन इलाके से बसों में बिठाए गए लोग लोक नायक जयप्रकाश अस्पताल पहुंचे। ये सभी लोग देशभर में जारी लॉकडाउन का उल्लंघन कर मरकज में एक धार्मिक सभा में भाग लेने के लिए इकट्ठा हुए थे। इनमें से अधिकतर लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। मरकज भवन, निजामुद्दीन में मेडिकल टीम और पुलिस मौजूद है। इस महीने के शुरू में मरकज में लगभग 2500 लोग एक समारोह में शामिल हुए थे। 860 लोगों को इमारत से अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है, 300 को शिफ्ट करना बाकी है।
मरकज परिसर को बंद करने का जारी हुआ था नोटिस
दिल्ली मरकज द्वारा दिए गए बयान के अनुसार, 24 मार्च को एसएचओ ने हजरत निजामुद्दीन, मरकज परिसर को बंद करने की मांग करते हुए एक नोटिस जारी किया था। 24 मार्च को इसका जवाब आया जिसमें कहा गया कि मरकज को बंद करने के निर्देशों का पालन चल रहा है और पिछले दिन लगभग 1500 लोग वापिस भेज दिए गए हैं। इसके बाद मरकज में विभिन्न राज्यों और देशों के लगभग 1000 विजिटर्स बच गए थे। यह भी बताया गया कि लोगों को उनके मूल स्थानों पर वापस भेजने के लिए वाहन के पास देने का अनुरोध किया गया था। 17 वाहनों की पंजीकरण संख्या के साथ एक लिस्ट और ड्राइवरों के लाइसेंस का विवरण एसडीएम को भेजा गया ताकि फंसे हुए विजिटर्स को उनके मूल स्थान भेजा जा सके।
दिल्ली में 11 स्कूलों में रैन बसेरा
दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन अवधि के दौरान शहर में प्रवासियों की मदद के लिए अपने 11 स्कूलों को रैन बसेरों में बदल दिया है। यह कदम दिल्ली समेत कई बड़े शहरों में प्रवासी कामगारों के बड़े पैमाने पर अपने राज्यों के लौटने के बीच उठाया गया है। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हुए हैं। शहर में मौजूदा 238 रैन बसेरों के अलावा, दिल्ली सरकार ने प्रवासी श्रमिकों की मदद के लिए 11 स्कूलों को रैन बसेरों में बदल दिया।
निजामुद्दीन में लॉकडाउन का उल्लंघन
निजामुद्दीन इलाके में लोग बसों में चढ़ते रहते हैं, उन्हें चेकअप के लिए विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया। मरकज में एक धार्मिक सभा आयोजित की गई थी। जिसमें लॉकडाउन का उल्लंघन किया गया और सभा में भाग लेने वालों में कई COVID19 पॉजिटिव मामले पाए गए।
तेलंगाना के 6 लोगों की मौत
दिल्ली के निजामुद्दीन में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए तेलंगाना के 6 लोगों की मौत हो गई है और ये सभी कोरोना संक्रमण पॉजिटिव पाए गए हैं। खुद तेलंगाना सरकार ने इस बात की पुष्टि कर दी है। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक ये सभी लोग 13-15 जनवरी को दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे जहां से ये कोरोना के संक्रमण में आए।
निजामुद्दीन के 153 लोग एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती
दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के जवानों ने कुछ दिन पहले आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद कई लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के कारण सोमवार को निजामुद्दीन पश्चिम में एक प्रमुख इलाके की घेराबंदी कर दी। एलएनजेपी अस्पताल के पृथक वार्डों में निजामुद्दीन के 153 लोग भर्ती हैं और उनकी जांच की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि इंडोनेशिया और मलेशिया समेत अनेक देशों के 2000 से अधिक प्रतिनिधियों ने एक से 15 मार्च तक तबलीग-ए-जमात में भाग लिया था। हालांकि स्थानीय लोगों ने कहा कि इस अवधि के बाद भी बड़ी संख्या में लोग जमात के मरकज में ठहरे रहे।
मौलाना के खिलाफ एफआईआर करने का आदेश
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जमात की अगुवाई करने वाले मौलाना के खिलाफ एफआईआर करने का आदेश दिया है। अधिकारियों ने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के बाद दिल्ली पुलिस, सीआरपीएफ के अधिकारी और मेडिकल दल रविवार रात इलाके में पहुंचे। पुलिस ने कहा कि कोविड-19 के लक्षण के साथ 200 से अधिक लोगों को दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया।
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