DHFL के प्रमोटर सीबीआई से बचते रहे लेकिन महाबलेश्वर जाना पड़ गया भारी, जानें क्यों

देश
ललित राय
Updated Apr 10, 2020 | 20:21 IST

डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल और धीरज वाधवान सीबीआई से बचने की तरह तरह की जुगत लगाते रहे। लेकिन महाबलेश्वर जाना उन्हें भारी पड़ गया। ये दोनों शख्स यस बैंक मनी लॉन्ड्रिंग केस में आरोपी हैं।

DHFL के प्रमोटर सीबीआई से बचते रहे लेकिन महाबलेश्वर जाना पड़ गया भारी, जानें क्यों
महाबलेश्वर में है डीएचएफएल प्रमोटर 
मुख्य बातें
  • लॉकडाउन को धता बता वाधवान परिवार पहुंचा था महाबलेश्वर
  • महाबलेश्वर में वाधवान परिवार को किया गया क्वरांटीन
  • सीबीआई ने डीएम एसपी को लिखा खत बिना अनुमति वाधवान को महाबलेश्वर से निकलने की नही दी जाए अनुमति

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण से देश के 27 राज्य प्रभावित हैं। अगर महाराष्ट्र की बात करें तो वो कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है। इस वायरस पर लगाम लगाने के लिए पूरे राज्य में लॉकडाउन है। लेकिन एक शक्तिशाली, धनवान वाधवान परिवार जिसका संबंध डीएचएफएल से है वो मुंबई से उबता है और महाबलेश्वर की तरफ कूच करता है। पांच गाड़ियों में वाधवान परिवार समेत 23 लोगों को महाराष्ट्र सरकार सीनियर आईएएस अधिकारी लॉकडाउन के दौरान अनुमति देता है। हालांकि अब पूरे वाधवान परिवार को महाबलेश्वर में ही क्वारंटीन किया गया। मुकदमा भी दर्ज किया गया है। 

सीबीआई को इस तरह छकाते रहे वाधवान
कपिल और धीरज वाधवान के खिलाफ सीबीआई ने सात मार्च 2020 को नई दिल्ली में केस दर्ज किया था। उस केस में यस बैंक के एमडी और सीईओ राणा कपूर भी अभियुक्त हैं। दोनों आरोपी जांच से बचने के लिए भागते रहे। 9 मार्च 2020 को दोनों आरोपियों की तलाश में कई जगहों पर छापेमारी की गई। लेकिन वो नहीं मिले। जांच में जब वो सहयोग करने से कतराते रहे तो उन दोनों को सेक्शन 41 ए के तहत नोटिस दिया गया। लेकिन वो फिर भी जांच प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए।

ताल तिकड़म नहीं आया काम
इसके बाद 17 मार्च 2020 को मुंबई स्थित सीबीआई के स्पेशल जज की तरफ से गैर जमानती वारंट जारी किया। लेकिन इसके बाद भी वो अदालत के सामने पेश नहीं हुए। 9 अप्रैल 2020 को इस तरह की जानकारी मिली दोनों अभियुक्त सतारा के पंचगनी स्थित सरकारी क्वारंटाइन सेंटर में हैं। इसके बाद सतारा के डीएम और एसपी की ईमेल के जरिए जानकारी दी गई उन्हें सीबीआई की एनओसी के बिना उन्हें न छोड़ा जाए। इसके साथ ही ऐहतियाती सभी कदम उठाए जाएंगे ताकि वो फरार न हो सकें।

वाधवान परिवार का महाबलेश्वर ट्रिप बना सियासी
वाधवान परिवार महाबलेश्वर पहुंच चुका था। लेकिन स्थानीय नागरिकों ने पुलिस से शिकायत की इतनी बड़ी संख्या में लोग आए हैं और मामला खुल गया। उसके बाद सियासी हमला भी तेज हो गया। बीजेपी ने उद्धव सरकार पर निशाना साधा कि इस सरकरा में धनवानों के लिए लॉकडाउन का कोई अर्थ नहीं है। सियासी हमला देखते हुए विशेष पास जारी करने वाले आईएएस अधिकारी को जबरदस्ती छुट्टी पर भेज कर जांच शुरू कर दी गई है। 

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