नई दिल्ली: देश के राष्ट्रपति चुनाव (President Election) को लेकर देश की सियासत गरमाने लगी है और इसे लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी खेमे में भी रणनीति को धार दी जा रही है और इसे लेकर दिल्ली में बैठकों का दौर जारी है, बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति चुनाव को विपक्ष के संभावित उम्मीदवार के तौर पर शरद पवार का नाम आगे आया लेकिन उन्होंने इससे इंकार कर दिया, जिसके बाद विपक्ष के संभावित उम्मीदवार के रूप में वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी के नाम सामने आए हैं।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया आरंभ होने के साथ ही बुधवार को जहां विपक्षी दलों ने अपनी तरफ से चुनाव में संयुक्त उम्मीदवार उतारने के लिए कुछ नामों पर मंथन किया वहीं भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी इस मुद्दे पर सहमति बनाने के लिए कुछ सहयोगी दलों के साथ ही कुछ प्रमुख विपक्षी नेताओं और कुछ गैर-राजग व गैर-संप्रग दलों के नेताओं से बातचीत की गई।
वहीं 17 विपक्षी दलों के नेताओं ने भले ही पार्टी प्रमुख शरद पवार से राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार बनने की अपील की है, लेकिन पवार ने एक बार फिर उनका यह प्रस्ताव ठुकरा दिया है और दिल्ली में अगले हफ्ते प्रस्तावित बैठक में उनसे कुछ अन्य नामों पर विचार करने का आग्रह किया है, अन्य नामों पर चर्चा के लिए 21 जून को दिल्ली में बैठक होगी।
दिल्ली में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को विपक्षी दलों की बैठक की उस बैठक में कई नामों पर चर्चा हुई, जोर देकर कहा गया कि बीजेपी के सामने एक संयुक्त राष्ट्रपति उम्मीदवार खड़ा किया जाए, इस बावत दीदी खासी शिद्दत के साथ इस अभियान में जुटी हैं, उनका मकसद साफ है कि बीजेपी गठबंधन को इस मोर्चे पर कैसे भी मात दी जाए।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनाथ सिंह और जेपी नड्डा बातचीत का दौर जारी रखे हैं, इसी क्रम में कई पार्टियों से बात की जा रही है, उनका मकसद उम्मीदवार पर आम सहमति बनाना है।विचार-विमर्श की इस प्रक्रिया के तहत रक्षा मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने कांग्रेस नेता व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी, बीजू जनता दल अध्यक्ष व ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से बात की।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सिंह ने जनता दल के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती और वाईएसआर कांग्रेस नेता जगन मोहन रेड्डी से भी फोन पर बात की। सिंह ने कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, बीजद और सपा सहित अन्य विपक्षी दलों से अपनी बात के दौरान उम्मीदवार को लेकर उनकी प्राथमिकता जाननी चाही जबकि विपक्षी नेताओं ने सिंह से भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का नाम जानना चाहा।
सूत्रों के मुताबिक पवार द्वारा प्रस्ताव को ठुकराए जाने के बाद विपक्ष के संभावित उम्मीदवार के रूप में वरिष्ठ नेता फारूक अब्दुल्ला और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी के नाम भी सामने आएं।गौर हो कि बीजेपी ने राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श करने के लिए अधिकृत किया था।
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