नई दिल्ली। मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी चौथी बार देश से रूबरू हो रहे थे। मुद्दा लॉकडाउन का था कि इसके बारे में क्या फैसला किया जाता है। पीएम मोदी ने कहा कि जरूरत को देखते हुए इसे 3 मई तक बढ़ाया जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से सात वचन भी मांगे। लेकिन मंगलवार की शाम होते होते मुंबई के साथ साथ सूरत और अहमदाबाद की जो तस्वीर आई वो हैरान करने वाली थी। हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर सड़कों पर निकल आए और सोशल डिस्टेंसिंग की भावना तार तार हो गई। सवाल यह है कि वो शख्स कौन था जिसकी वजह से इतनी बड़ी संख्या में लोग बांद्रा टर्मिनस पर पहुंच गए।
अफवाहबाज गिरफ्तार
उस अफवाहबाज शख्स की तलाश शुरू हुई तो पता चला कि विनय दुबे नाम के एक व्यक्ति ने व्हाट्सऐप वीडियो के जरिए मजदूरों को एक जगह इकट्ठा होने की अपील की थी। मुंबई पुलिस हरकत में आई और उसे हिरासत में पहले लिया गया और अब उसे गिरफ्तार किया जा चुका है। इस केस में 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है।
एनसीपी ने रेलवे पर साधा निशाना
बांद्रा की तस्वीर दिल्ली के आनंद विहार की याद दिला रही थी। सवाल यह है कि क्या सिर्फ समस्या इस बात की है कि जो प्रवासी मजदूर इकट्ठा हुए उनका इंतजाम नहीं हो पा रहा है या परेशानी उससे कहीं और आगे की है । एनसीपी के नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि एक तरफ तो रेल विभाद ट्रेनों को चला नहीं रहा है तो दूसरी तरफ से बुकिंग भी कर रहा है।
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