नई दिल्ली: कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। फरीदाबाद को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। आदेश में कहा गया है कि सरकार के कर्मचारियों और आम लोगों की पड़ोसी राज्यों और जिलों से फरीदाबाद की यात्रा रोक दी गई है। इसके अलावा आज दोपहर 12 बजे के बाद डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस और बैंक कर्मचारियों को भी फरीदाबाद में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। हालांकि आवश्यक वस्तुओं और बैंकिंग सेवाओं की आवाजाही में लगे वाहनों को छूट दी जाएगी। ये आदेश 3 मई 2020 तक प्रभावी रहेगा।
इस आदेश के बाद सबसे ज्यादा वो लोग प्रभावित होंगे जो रहते फरीदाबाद में हैं और काम करने दिल्ली आते हैं। इससे पहले हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने कहा था कि जो लोग दिल्ली में काम करते हैं दिल्ली सरकार उनका वहीं रहने का इंतजाम करे। बाद में उन्होंने कहा कि दिल्ली से लगी हरियाणा की सीमा बंद की गई है। आवश्यक सेवाओं को अनुमति दी जाएगी, लेकिन आने वाले लोगों पर सख्त प्रतिबंध होंगे। अगर सीमाएं 15-20 दिनों तक बंद रहीं तो कोविड-19 के संबंध में हरियाणा अच्छी स्थिति में रहेगा।
विज ने बताया कि आवश्यक सेवाओं और उनसे जुड़े लोगों को केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार सीमाओं को पार करने की अनुमति दी जाएगी। प्रतिबंध और सख्त होंगे। उनका कहना है कि ज्यादातर वे लोग संक्रमित हो रहे हैं, जो दिल्ली में काम करते हैं और हरियाणा में रहते हैं तथा जो लोग उनके संपर्क में आते हैं। हरियाणा में उनके कारण मामले बढ़ रहे हैं। यह दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी है कि वह उनके रहने और खाने की व्यवस्था करे और उनका परीक्षण भी कराए। यदि वे संक्रमित हैं, तो उनका इलाज भी कराए।
हरियाणा सरकार के इस फैसले के बाद दिल्ली-फरीदाबाद बॉर्डर और दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई है। हरियाणा में कोरोना वायरस के अब तक 296 मामले सामने आए हैं और तीन लोगों की मौत हुई है।
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