नई दिल्ली : सितंबर 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका जाना था और इसके लिए भारत ने पीएम के विमान के लिए पाकिस्तान से उसके एयरस्पेस के इस्तेमाल की इजाजत मांगी थी लेकिन इस्लामाबाद ने इस अनुरोध को ठुकरा दिया था। अब पाकिस्तान सरकार ने इमरान खान के श्रीलंका दौरे के लिए भारत के एयरस्पेस के इस्तेमाल की इजाजत मांगी है जिसे स्वीकार कर लिया गया है। भारत चाहता तो एयरस्पेस के इस्तेमाल की इजाजत न देकर 'जैसे को तैसा' जवाब दे सकता था लेकिन उसने ऐसा न कर अपनी दरियादिली फिर दिखाई है।
इमरान खान के प्लेन को भारत ने दी इजाजत
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के विमान के लिए अपने एयरस्पेस के इस्तेमाल की इजाजत भारत ने दे दी है। इमरान खान श्रीलंका की यात्रा पर जाने वाले हैं। एयरस्पेस के इस्तेमाल की इजाजत मिल जाने के बाद इमरान खान का विमान बिना लंबा चक्कर लगाए अब सीधे श्रीलंका पहुंच जाएगा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री अपनी दो दिन की यात्रा पर मंगलवार को श्रीलंका पहुंच रहे हैं।
पाक ने खारिज किया था भारत सरकार का अनुरोध
भारत सरकार ने पांच अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया। भारत सरकार के इस कदम से पाकिस्तान के पैरों तले जमीन खिसक गई। भारत के खिलाफ प्रोपगैंडा फैलाने में जुटे पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री मोदी के विमान के लिए अपने एयरस्पेस के इस्तेमाल की इजाजत नहीं दी। पश्चिमी देशों की उड़ान के लिए भारतीय विमान कंपनियां पाकिस्तान के एयरस्पेस का इस्तेमाल करती हैं इसके लिए उसे भुगतान भी होता है। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद भारत ने पीएम मोदी के विमान के लिए पाकिस्तान से विशेष तौर पर अनुमति मांगी थी।
बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाक ने एयरस्पेस बंद किया था
भारत सरकार के अनुरोध को खारिज किए जाने के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था, 'कश्मीर में हालात को देखते हुए हमने फैसला किया है कि हम भारतीय प्रधानमंत्री को अपने एयरस्पेस के इस्तेमाल की इजाजत नहीं देंगे।' पाकिस्तान सरकार के इस फैसले पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने निराशा जाहिर की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि 'एक सप्ताह में दूसरी बार वीवीआईपी स्पेशल विमान को अनुमति देने से इंकार करने के पाकिस्तान सरकार के फैसले पर हमें अफसोस है।' 26 फरवरी को वायु सेना की बालाकोट में एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस भी बंद कर दिया था।
श्रीलंका की संसद को संबोधित नहीं करेंगे इमरान
पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच संबंध मजबूत बताए जाते हैं। इसकी एक बड़ी वजह यह है कि लिट्टे के खिलाफ अभियान चलाने में पाकिस्तान सरकार ने श्रीलंका को सैन्य उपकरणों एवं हथियारों से मदद की थी। इस मदद के लिए कोलंबो आज भी इस्लामाबाद के प्रति नरम एवं सहयोगात्मक रुख रखता है। हालांकि, उसने अपनी संसद को संबोधित करने के इमरान खान के कार्यक्रम को रद्द कर दिया है।
कश्मीर का मुद्दा उठा सकते थे पाक पीएम
दरअसल, साल 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उसकी संसद को संबोधित कर चुके हैं। यह उपलब्धि पाकिस्तान के पीएम को देने पर यह संकेत जाता कि श्रीलंका भारतीय प्रधानमंत्री को इमरान खान के बराबर रख रहा है। श्रीलंका के मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि सरकार के कुछ वरिष्ठ मंत्री नहीं चाहते कि भारत के साथ उनके रिश्ते में किसी तरह की खटास आए। आशंका यह भी है कि संसद को संबोधित करते समय इमरान खान कश्मीर और श्रीलंका में रहने वाले मुस्लिमों के अधिकारों का मुद्दा उठा सकते थे।
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