लखनऊ: इजरायल, भारत का पुराना और भरोसेमंद रक्षा साझेदार रहा है। यह यहूदी देश कारगिल युद्ध जैसे कई मौकों पर भारत की मदद के लिए आगे आया है। इसके अलावा भारतीय सेनाओं के लिए इजरायली हथियार भी हमेशा से विश्वसनीय रहे हैं। बीते साल भारतीय वायुसेना ने मिराज लड़ाकू विमान से इजरायल के स्पाइस 2000 बम का इस्तेमाल करके ही पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी कैंप को ध्वस्त कर दिया था। लखनऊ में चल रही रक्षा प्रदर्शनी के दौरान कई इजरायली हथियार ने रक्षा जगत का ध्यान अपनी ओर खीचा है।
इनमें से एक हथियार का नाम है- स्पाइस एंटी टैंक मिसाइल, जिसे इजरायल की 'रफ़ाएल' कंपनी बनाती है। यह मिसाइल 2 किलोमीटर से 30 किलोमीटर की दूरी के बीच मौजूद दुश्मन के टैंक और मजबूत धातु से बने बख्तरबंद वाहनों को ध्वस्त कर सकती है। वैसे तो भारत पहले ही इस इजरायली मिसाइल को खरीद चुका है लेकिन डिफेंस एक्सपो 2020 में स्पाइस मिसाइल के 3 नए वर्जन पेश किए गए हैं। नई मिसाइलें पांचवीं पीढ़ी की तकनीक से लैस हैं।
फिलहाल भारतीय सेना स्पाइक- एलएफ का इस्तेमाल करती है जो इसका 4 किलोमीटर तक मार करने वाला सबसे हल्का वर्जन है, साथ ही हाल में स्पाइक एलआर की डिलीवरी भी भारत को की गई है। इजरायल इसलिए भी भारत का भरोसेमंद रक्षा साझेदार है क्योंकि वह बेहद तेजी से हथियार मुहैया कराता रहा है।
3 महीने में 200 स्पाइक मिसाइल की डिलीवरी: एशियन न्यूज इंटरनेशनल (एएनआई) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के ऑर्डर देने के तीन महीने के भीतर, इजरायल ने स्पाइक लॉन्ग रेंज (LR) एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (AGTM) की आपूर्ति पूरी कर दी है।
भारत में इज़राइल के रफ़ाएल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स के प्रमुख, एली हेफ़ेट्स ने बुधवार को कहा, 'हमने फास्ट ट्रैक प्रक्रिया के तहत स्पाइक-एलआर एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों की आपूर्ति पूरी कर दी है, जहां सिस्टम को ऑर्डर मिलने के तीन महीने के अंदर मुहैया करा दिया गया।
दागो और भूल जाओ: कथित तौर पर, भारतीय सेना के लिए फास्ट ट्रैक प्रक्रिया के तहत 200 से अधिक स्पाइक मिसाइलों और उनके लॉन्चरों की खरीद की गई है। स्पाइक एलआर एटीजीएम सिस्टम एक मैन-पोर्टेबल चौथी पीढ़ी की हथियार प्रणाली है, जो दागो और भूल जाओ की तकनीक पर काम करती है और इसमें इस्तेमाल के लिए कई मोड उपलब्ध हैं।
बंकर भी कर सकती है बर्बाद: इस मिसाइल को एंटी टैंक ऑपरेशंस के लिए बनाया गया है लेकिन स्पाइक मिसाइल फायर करके मजबूत बंकरों को भी नष्ट किया जा सकता है। भारत के अलावा 33 अन्य देश स्पाइक मिसाइल का इस्तेमाल करते हैं। इसके अलग- अलग वर्जन को सैनिक अपने कंधे पर संभालकर, स्टैंड पर लगाकर और सैन्य वाहनों के ऊपर माउंट करके दाग सकते हैं।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।