नई दिल्ली। अशोक गहलोत के हाथों में कितने दिन तक राजस्थान की कमान है यह इस बात पर निर्भर करेगा कि उनके पास संख्या बस कितना है। दरअसल कांग्रेस के करीब 25 विधायक इस समय जयपुर में नहीं हैं और यहीं से कयास लगाए जा रहे हैं कि मामला ठीक नहीं है। इस बारे में अशोक गहलोत ने पार्टी के अंदर पांच- छह योग्य और 25 करोड़ में विधायकों की सौदेबाजी के जरिए इशारा किया कि सबकुछ ठीक नहीं है लेकिन सरकार कार्यकाल पूरा करेगी। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस के बागी रहे और अब बीजेपी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की प्रतिक्रिया दिलचस्प है।
'कांग्रेस में योग्य लोगों की कद्र नहीं'
ज्योतिरादित्य सिंधिया ट्वीट कर कहते हैं कि कांग्रेस ने कभी योग्य और प्रतिभावान लोगों को तरजीह नहीं दी। उन्हें अपने पूर्व सहयोगी सचिन पायलट को देखकर दुख हो रहा कि कैसे राजस्थान के सीएम ने उन्हें न सिर्फ हासिए पर ढकेल दिया गया बल्कि एक तरह से उनपर जुल्म किया। इससे पता चलता है कि कांग्रेस में योग्यता और प्रतिभा की कद्र नहीं है।
कपिल सिब्बल ने जताई चिंता
राजस्थान के सियासी प्रकरण पर कांग्रेस के कद्दावर नेता कपिल सिब्बल ने भी चिंता जताते हुए कहा कि आखिर हम अपने अस्तबल को बचाने के लिए कब जागेंगे। क्या यह सब तब होगा जब घोड़े खोल लिये जाएंगे। इस तरह से उन्होंने अपनी चिंता जाहिर की। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी पर जोड़तोड़ की राजनीतिक का आरोप लगाया। लेकिन बीजेपी की तरफ से साफ किया गया कि कांग्रेस पार्टी के अंदर क्या कुछ हो रहा है उस विषय में वो क्या कुछ कहा जाए।
'योग्य लोगों की कमी नहीं लेकिन सीएम तो एक ही बनेगा'
यहां पर यह समझना जरूरी है कि सीएम अशोक गहलोत ने सतीश पूनिया और राज्यवर्धन सिंह राठौर का नाम लेकर स्पष्ट आरोप लगाया कि ये लोग सरकार गिराने की कोशिश कर रहे हैं। इसके लिए बाकायदा विधायकों के लिए राशि भी तय की गई है। उदाहरण के लिए 10 करोड़ एडवांस में और 15 करोड़ सरकार गिराए जाने के बाद दी जाने वाली है। इसके साथ यह भी कहा कि कांग्रेस में योग्य उम्मीदवारों की कमी नहीं है। लेकिन सीएम की कुर्सी तो किसी एक के ही खाते में जाएगी।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।