कर्नाटक के ईदगाह मैदान में Ganesh Chaturthi के लिए अभियानः श्रीराम सेना बोली- पंडाल में लगाएंगे सावरकर के पोस्टर, BJP भी है साथ

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अभिषेक गुप्ता
अभिषेक गुप्ता | Principal Correspondent
Updated Aug 23, 2022 | 09:41 IST

Hindus signature campaign in Karnataka for Ganesh Chaturthi Celebrations: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रमोद ने पोस्टर को लेकर खुली चेतावनी भी दी कि अगर किसी ने भी इन ये पोस्टर्स को हाथ लगाया या छुआ तो उनके हाथ काट दिए जाएंगे।

Ganesh Chaturthi, Hubli, Karnataka
तस्वीर का इस्तेमाल सिर्फ प्रस्तुतिकरण के लिए किया गया है।  |  तस्वीर साभार: IANS
मुख्य बातें
  • हम सरकार को आगाह कर रहे हैं कि यह हमारा हकः श्रीराम सेना
  • सावरकर के साथ स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक का पोस्टर लगाने का लिया फैसला
  • ये सिर्फ भाजपा नहीं, पूरे हिंदू समुदाय का आंदोलन- भाजपा प्रवक्ता

Hindus signature campaign in Karnataka for Ganesh Chaturthi Celebrations: कर्नाटक के हुबली शहर में हिंदू कार्यकर्ताओं ने मंगलवार (23 अगस्त, 2022) को एक सिग्नेचर कैंपेन की शुरुआत की और इस दौरान उन्होंने वहां के ईदगाह मैदान में गणेश चतुर्थी कार्यक्रम के आयोजन की मांग उठाई। श्री राम सेना चीफ प्रमोद मुथलिक ने इस सिग्नेचर कैंपेन को लॉन्च किया। उन्होंने पत्रकारों को बताया था- हम सरकार को आगाह कर रहे हैं कि यह हमारा हक है। आप अनुमति दें या न दें...हम इस बार सार्वजनिक तौर पर गणेश भगवान की प्रतिमा स्थापित कर के शांतिपूर्ण ढंग से यह जश्न मनाएंगे।

'हर पंडाल में लगाएंगे सावरकर-तिलक के पोस्टर' 
यही नहीं, दक्षिणपंथी संगठनों ने सूबे के विभिन्न गणेश पंडालों में हिंदूवादी विचारक विनायक दामोदर सावरकर और स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक के पोस्टर लगाने का भी फैसला किया है। संगठनों का यह कदम ऐसे वक्त पर देखने को मिला है, जब हाल ही में सूबे के कुछ हिस्सों (मसलन शिवमोगा और मेंगलुरु) में सावरकर की तस्वीरें लगाने को लेकर विवाद हुआ था। 

BJP MLAs भी आंदोलन में साथ- श्री राम सेना
मुतालिक ने इस बारे में समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘हमने राज्य भर में कम से कम 15,000 स्थानों पर सावरकर-तिलक की तस्वीरें लगाने का फैसला किया है। हम इन दो ऐतिहासिक स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए इसे एक आंदोलन बनाना चाहते हैं।’’ उन्होंने बताया कि भाजपा विधायक भी (खासतौर से बेलगावी में) इस आंदोलन में शामिल हो रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रमोद ने पोस्टर को लेकर खुली चेतावनी भी दी कि अगर किसी ने भी इन ये पोस्टर्स को हाथ लगाया या छुआ तो उनके हाथ काट दिए जाएंगे।

गणेश मंडपों में पोस्टर्स लगाने के लिए बजट भी तय 
इस बीच, हिंदू जनजागृति समिति के प्रवक्ता मोहन गौड़ा बोले, "हिंदू संगठनों ने हर पंडाल के लिए 150 रुपए का बजट तय किया है, जहां ये पोस्टर लगेंगे।" भाजपा प्रवक्ता एम बी जिराली ने बताया कि गणेश उत्सव के सभी आयोजकों ने सावरकर के पोस्टर लगाने का फैसला खुद किया है। यह सिर्फ भाजपा का नहीं बल्कि पूरे हिंदू समुदाय का आंदोलन है। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दरमैया जैसे एक या दो व्यक्तियों को छोड़कर कोई भी वीर सावरकर के खिलाफ नहीं बोला।

'आपको हर जगह नजर आएंगे ये पोस्टर्स'
इस बीच, बीजेपी के विधायक अनिल बेनाक ने कहा, "हमने सब कुछ तय कर लिया है। हर गणेश पंडाल/मंडप में वीडी सावरकर के पोस्टर लगाए जाएंगे। हमें कोई और विचार नहीं चाहिए। जहां कही भी मंडप होंगे, वहां यह चीज आपको हर वॉर्ड-स्ट्रीट में नजर आएगी।" वहीं, कर्नाटक कांग्रेस के चीफ डीके शिवकुमार ने इस बाबत मीडिया से कहा, "भारी संख्या में लोग इस मसले पर मांग उठा रहे हैं, पर देश में संविधान और कानून भी तो है। शांति बनी रहे और सांप्रदायिक तनाव न हो, इसके लिए सरकार को कदम उठाने होंगे।" बता दें कि गणेश चतुर्थी का जश्न 31 अगस्त से शुरू होगा, जो कि 10 दिन तक चलेगा। 

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