नई दिल्ली: बी.एस. येदियुरप्पा कर्नाटक के मुख्यमंत्री होने के साथ साथ, कर्नाटक बीजेपी के सबसे प्रभावशाली नेता है ओर लिंगायत समुदाय से आते है। माना जाता है कि लिंगायत समुदाय के ही समर्थन से बीजेपी ने कर्नाटक में अपने पैर जमाए और बीजेपी सत्ता तक पहुंची। यही वजह है कि येदियुरप्पा को हटाना आसान नही है ,क्योंकि जब 2012 में येदियुरप्पा ने बीजेपी छोड़ी थी तब उन्होंने अपनी अलग पार्टी केजेपी पार्टी बनाई थी और उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में केजेपी को 9.8% वोट्स मिले थे और 6 सीटों पर केजेपी उम्मीदवारों की जीत हुई थी जिस वजह से बीजेपी को काफी नुकसान हुआ था।
लिंगायत समुदाय के बड़े नेता हैं येदियुरप्पा
लेकिन इस बार जब येदियुरप्पा ने कांग्रेस जेडीएस सरकार को हटाकर सत्ता संभाली तो बीजेपी के भीतर कई नेताओं ने येदियुरप्पा के बेटे बी .एस. विजयेंद्र के सरकार में दखल देने को लेकर नाराज़गी जताई और इसके बाद से येदियुरप्पा को हटाने की मांग तेज़ हो गई और कई नेता मीडिया के सामने आए और येदियुरप्पा को बदलने की मांग की। हालांकि येदियुरप्पा ने कहा है कि अभी तक किसी ने मुझे इस्तीफा देने को नहीं कहा है। हालांकि बताया जा रहा है कि बीजेपी आलाकमान ने भी येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद छोड़ने को कहा है लेकिन येदियुरप्पा ने इसके लिए तीन शर्ते रखी है
1- येदियुरप्पा के बड़े बेटे और बीजेपी सांसद बी.एस राघवेंद्र को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी जाए
2- येदियुरप्पा के दूसरे बेटे और कर्नाटक बीजेपी के वाइस प्रेजिडेंट बी.एस. विजेंद्र को कर्नाटक की मंत्रिमंडल में जगह दी जाए।
3- येदियुरप्पा ने कहा है कि कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री उनके सहमति से चुना जाना चाहिए।
बीजेपी के पास मौजूद हैं ये विकल्प
अगर येदियुरप्पा को हटाया जाएगा तो कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। बताया जा रहा है कि 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले है यानी तकरीबन 2 साल बाद ,ऐसे में बीजेपी आलाकमान लिंगायत समुदाय को छोड़ कर किसी दूसरे समुदाय के नेता को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में नही है।लिहाजा फिलहाल चार नामो पर चर्चा की जा रही है।
1-मुरगेश निरानी , येड्डियूरप्पा सरकार में माइनिंग मंत्री है। लिंगायत समुदाय से है।
2- बसवराज बोमाई , येदियुरप्पा सरकार में ग्रह मंत्री है,लिंगायत समुदाय से है और येदियुरप्पा के काफी करीब है ।
3- लक्ष्मण सावधि, येदियुरप्पा सरकार में उप मुख्यमंत्री है, लिंगायत समुदाय से हैं।
4- बसवंगौड़ा पाटिल यतनाल , विजयपुरा से बीजेपी के विधायक है, लिंगायत समुदाय से हैं और येदियुरप्पा को हटाने की मांग की थी।
( लेखक टाइम्स नेटवर्क में डिप्टी न्यूज एडिटर हैं।)
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