नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ देश एकजुट होकर लड़ाई लड़ रहा है। अगर कोरोना के मामले को देखें तो यह आंकड़ा 42 हजार के पार है और 1300 से ज्यादा लोग काल के गाल में समा चुके हैं। इन सबके बीच लॉकडाउन पार्ट-3 कुछ रियायतों के साथ 17 मई तक बढ़ा दिया गया है। लेकिन पिछले तीन दिन के आंकड़ों पर अगर नजर डालें तो आशंका है कि कहीं ये रियायतें अब तक की कोशिशों पर पानी न फेर दें।
डराते हैं 1, 2 और तीन मई के आंकड़े
पिछले तीन दिनों यानि 1 मई, 2 मई और मई को जो आंकड़े सामने आए हैं वो डराने वाले हैं, पिछले तीन दिन में कोरोना के सात हजार से ज्यादा केस आए हैं। अब सवाल यह है कि अगर लॉकडाउन पार्ट 3 में कुछ रियायतें दी गई हैं तो उसे डर क्यों लग रहा है, दरअसल देश के कई हिस्सों में शराब की दुकानें भी खोल दी गई हैं, जिसकी वजह से लंबी लंबी कतारें दिखाई दे रही हैं, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन नजर आया है और डर की सबसे बड़ी वजह यही है।
दिल्ली में प्रति घंटे कोरोना के 17 केस
देश में अब तक कोरोना के 42533 मामले सामने आए हैं जिनमें 11707 ठीक हुए। कोरोना की वजह से 1373 लोगों की मौत हुई है और इस समय 29453 केस ऐक्टिव हैं। अगर एक मई की बात करें तो 2296, दो मई को 2467 मामले 3 मई को 2717 केस सामने आए हैं,अगर इन्हें जोड़ कर देखा जाए तो पिछले तीन दिन में सात हजार से केस सामने आए हैं। अगर राजधानी दिल्ली की बात करें तो पिछले तीन दिन में 1 हजार से ज्यादा केस दर्ज हुए है. इसका अर्थ यह है कि दिल्ली में प्रति घंटे 17 केस सामने आए रहे हैं।
सीएम केजरीवाल को कोरोना केस बढ़ने का था अंदेशा
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक कार्यक्रम में कहा था कि लॉकडाउन में रियायतों के बाद कोरोना के केस बढ़ेंगे जिसे रोकने का इंतजाम किया गया है। अगर अरविंद केजरीवाल ऐसा कुछ बोले थे तो वो आज सच भी होता नजर आया। दिल्ली में शराब की कई दुकानों पर लंबी लाइन लगी। पुलिस को लाठीचार्ज तक करना पड़ा गया। करोलबाग एसएचओ ने तो शराब की दुकान हीं बंद करा दी।
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