महाराष्ट्र की राजनीति में मचे तूफान का एक केंद्र अभी मातोश्री भी है। क्योंकि उद्धव ठाकरे के सामने संकट बड़ा है। सरकार बचाने की, पार्टी बचाने की और इसी के साथ-साथ अपनी साख भी बचाने की। महाराष्ट्र से लेकर गुवाहाटी तक जो राजनीतिक उठापटक चल रही है। उसमें कई दिलचस्प बातें भी हैं। कई सवाल हैं। जिसकी वजह से महाविकास अघाड़ी गठबंधन में भी सब ठीक नहीं चल रहा है। अब से कुछ घंटे पहले संजय राउत के एक बयान ने इस पूरे खेल को नया रंग दे दिया है। इधर, कांग्रेस संजय राउत के बयान से नाराज है, और आरोप बीजेपी पर है कि..बीजेपी महाराष्ट्र में सरकार गिराना चाहती है।
कुल मिलाकर ये पूरा सियासी खेल हर घंटे ना सिर्फ बदल रहा है। बल्कि दिलचस्प भी होता जा रहा है..कि आखिर महाराष्ट्र में सरकार किसकी होगी। जबकि बीजेपी अभी तक कुछ भी खुलकर नहीं बोल रही है।
अपने साथ के विधायकों की संख्या बताने की कोशिश कर रहे हैं। आज दोपहर में भी उन्होंने गुवाहाटी में शक्ति प्रदर्शन किया। और कुल 42 विधायकों के साथ सामने आए, हालांकि उनका दावा है कि उनके साथ 46 विधायक हैं।
महाराष्ट्र में बिछी सियासी बिसात पर...गुवाहाटी में बैठे-बैठे एकनाथ शिंदे अपनी ऊंट वाली चाल से पूरी शिवसेना को एक साथ चुनौती दे रहे हैं। पता नहीं इस पॉलिटिक्स का वो प्यादा कौन होगा, जो मौकापरस्ती के इस खेल में एक-एक चाल से निढाल हो जाएगा। मुंबई में कोहराम मचा है, और गुवाहाटी से चली जा रही है वो चाल..जिसमें राजा को उसका वजीर ही मात देने पर तुला हुआ है।
बीतते वक्त के साथ शिवसेना लगातार नंबर गेम में गड़बड़ा रहा है। और शिंदे गुट खुद को मजबूत बता रहा है। अपने सबसे ताजा शक्ति प्रदर्शन में शिंदे गुट ने अपने साथ 42 विधायकों का साथ दिखाया है।
1.राजकुमार पटेल
2. बच्चू काडू
3. नरेंद्र भोंदेकर
4.राजेंद्र पाटिल यादवकर
5.चंद्रकांत पाटिल
6. मंजुला कावित
7.आशीष जायसवाल
शिंदे गुट का दावा है कि उनके कुल 46 विधायक हैं। बावजूद इसके सरकार किसकी होगी, ये स्पष्ट नहीं हो पा रही है। और शिवसेना पर किसकी पकड़ होगी, ये भी साफ नहीं है। यही है वो असली खेल जिस खेल में जीत के बिल्कुल करीब पहुंचकर भी शिंदे पताका नहीं फहरा पा रहे हैं। क्योंकि सियासत जब नंबर गेम पर निर्भर हो जाए तो..यही नंबर किसी को सत्ता की कुर्सी दिला देती है। और किसी को कुर्सी से उतार देती है।
और इसी बदलाव के बीच शिवसेना ने भी एक नया दावा किया कि..शिदें के साथ वाले कुछ विधायक भी हमारे साथ हैं। नंबर का गेम ही इस खेल का परिणाम सामने नहीं आने दे रहा है। जैसे ही नंबर गेम में शिंदे खुद को मजबूत पाएंगे..ये पूरा खेल उनके पक्ष में हो जाएगा..सत्ता भी, और पार्टी भी। लेकिन यही नंबर गेम अगर शिंदे सही से नहीं जुटा पाए तो..फिर उनके सामने सियासी संकट बढ़ जाएगा।
एकनाथ शिंदे गुट - 41
बीजेपी - 106
निर्दलीय - 17
Total - 164
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एकनाथ शिंदे के बगावत के बाद महाविकास आघाड़ी की स्थिति
शिवसेना - 14
राष्ट्रवादी कांग्रेस - 53
कांग्रेस - 44
निर्दलीय - 10
Total - 121
इस सबके बीच जो सबसे चौंकाने वाला और महाराष्ट्र की राजनीति में तूफान लाने वाला बयान सामने आया। वो था संजय राउत का। संजय राउत ने जो कहा है, उसपर एनसीपी और कांग्रेस भी नाराज है। इससे पहले भी परसों से लेकर आज तक संजय राउत तीन बयान दे चुके हैं। पहले उन्होंने कहा कि..कोई खुद को किंग मेकर ना समझे..फिर उन्होंने एकनाथ शिंदे को बातों ही बातों में अपना दोस्त बताया...और आज उन्होंने कहा कि..अगर तमाम बागी विधायक 24 घंटे के भीतर मुंबई वापस लौट जाते हैं। तो शिवसेना, महाविकास अघाड़ी से बाहर होने को तैयार है।
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