नई दिल्ली: महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से फोन टैप करने के मामले में मुंबई पुलिस द्वारा पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस को जारी नोटिस की रविवार को प्रतियां जलाकर विरोध जताया।इसके साथ ही विधायक नीतेश राणे, विधान परिषद के सदस्य प्रसाद लाड एवं प्रवीण दरेकर और पार्टी नेता कृपाशंकर सिंह सहित कई भाजपा नेता दक्षिण मुंबई में फडणवीस के आवास के पास एकत्र हुए, जहां बीकेसी साइबर पुलिस दल इस मामले में उनका बयान दर्ज करने के लिए दोपहर बाद पहुंचा।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस के इस कदम का पुणे, पंढरपुर (सोलापुर जिला), नागपुर, चंद्रपुर और सांगली सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध किया और उसके द्वारा फडणवीस को जारी नोटिस की प्रतियां जलाईं। उल्लेखनीय है कि मुंबई साइबर पुलिस ने फडणवीस को नोटिस जारी कर रविवार को मामले में पेश होने को कहा था।
बहरहाल, फडणवीस ने शनिवार को कहा कि एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने उन्हें यह सूचित करने के लिए संपर्क किया कि पुलिस आवास पर जरूरी जानकारी लेने के लिए आएगी और उन्हें थाने आने की जरूरत नहीं है।
भाजपा विधायक और पूर्व राज्यमंत्री आशीष शेलार ने रविवार को कहा, 'उन्हें बयान दर्ज करने दीजिए। सच को कभी छिपाया या हराया नहीं जा सकता।' उन्होंने कहा, 'फडणवीस ने इस मामले में भ्रष्टचार को उजागर किया है। यह उम्मीद की जा रही थी कि जो भ्रष्टाचार के मामले में शामिल हैं या जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं, उनकी जांच की जाएगी, लेकिन महाराष्ट्र सरकार कहीं न कहीं विरोधियों पर दबाव बनाने के हथकंडे का इस्तेमाल कर रही है।'
विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दरेकर ने भी शेलार का समर्थन किया।दरेकर ने एक अन्य समाचार चैनल से कहा, 'वह (फडणवीस) जनता के सामने (अधिकारियों के) स्थानांतरण में भ्रष्टाचार को लेकर आए...अब यह (राज्य) सरकार इन आरोपों का प्रतिवाद लेने की कोशिश कर रही है।' उन्होंने दावा किया कि शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की महा विकास अघाडी सरकार उस पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से असहज स्थिति का सामना कर रही है और इसलिए फडणवीस को 'कमजोर'और 'दुर्भाग्यपूर्ण' तरीके से निशाना बनाने की कोशिश कर रही है।'
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