अब तक 41 करोड़ से ज्यादा दी जा चुकी है वैक्सीन की डोज, जानें कोविशील्ड और कोवैक्सीन के बीच है कितना बड़ा अंतर

देश
लव रघुवंशी
Updated Jul 21, 2021 | 18:01 IST

Vaccination: देश में जनवरी से कोविशील्ड और कोवैक्सीन लगाई जा रही हैं। अभी तक 41 करोड़ से ज्यादा खुराकें दी गई हैं, इसमें से 36 करोड़ कोविशील्ड है, जबकि 5 करोड़ कोवैक्सीन है।

Covaxin
देश में टीकाकरण जारी 
मुख्य बातें
  • कोवैक्सीन की काफी कम खुराकें अभी तक दी गई हैं
  • कोवैक्सीन का उत्पादन कोविशील्ड की तुलना में काफी कम है
  • मुख्य तौर पर अभी तक देश में 2 ही वैक्सीन लोगों को लगाई जा रही हैं

नई दिल्ली: देश में इस साल जनवरी से शुरू हुआ कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ टीकाकरण मुख्यत: 2 वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन के दम पर चल रहा है। लेकिन आपको जानकार हैरानी रह सकती है कि दोनों जो वैक्सीन हैं उनकी खुराकों की संख्या में काफी अंतर है। अभी तक देश में कुल 41 लाख से ज्यादा वैक्सीन की डोज दी जा चुकी हैं, इसमें से 36 लाख से ज्यादा कोविशील्ड की डोज दी गई हैं, जबकि कोवैक्सीन की सिर्फ 5 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन दी गई हैं। 

ऐसे में समझा जा सकता है कि दोनों वैक्सीन के उत्पादनों में कितना बड़ा अंतर है। अगर कोवैक्सीन का उत्पादन भी तेज होता तो संभव है कि देश के टीकाकरण अभियान में और तेजी होती।

सरकार ने मंगलवार को संसद को बताया कि उसे 16 जुलाई तक छह महीने में भारत बायोटेक से कोवैक्सीन की 5.45 करोड़ खुराक मिली है। कंपनी को जुलाई के अंत तक 8 करोड़ खुराकों की आपूर्ति करने का आदेश था। सरकार ने कहा कि कंपनी ने सूचित किया है कि वह जल्द ही अपने मासिक उत्पादन को बढ़ाकर 5.8 करोड़ खुराक कर देगी। 

कम है कोवैक्सीन की उत्पादन क्षमता

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा कोविशील्ड के उत्पादन की वर्तमान औसत मासिक क्षमता 11 करोड़ खुराक है और भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड द्वारा कोवैक्सीन की 2.5 करोड़ खुराक है। भारत लगभग 48 करोड़ खुराक के लिए भारत बायोटेक पर निर्भर है, और अगस्त से शुरू होने वाली आपूर्ति के लिए 19 करोड़ खुराक का ऑर्डर दिया है। सीरम इंस्टीट्यूट ने अब तक कोविशील्ड की 36.1 करोड़ खुराक की आपूर्ति की है और सरकार से कहा है कि वह जल्द ही अपने मासिक उत्पादन को बढ़ाकर 12 करोड़ खुराक कर देगी। सरकार ने संसद को बताया कि रूस की स्पुतनिक वी वैक्सीन की 3.3 मिलियन खुराक अब तक आयात की जा चुकी हैं। 

Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

अगली खबर