'ऐसे तो विफल हो जाएगा लॉकडाउन', प्रवासी मजदूरों के लिए विशेष बसों के इंतजाम पर बोले नीतीश कुमार

देश
श्वेता कुमारी
Updated Mar 28, 2020 | 17:25 IST

लॉकडाउन के कारण देशभर में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए यूपी सरकार ने विशेष बसों का इंतजाम किया है। लेकिन बिहार के सीएम ने इसे गलत बताया है और ऐसे लोगों के लिए वहीं इंतजाम करने की सलाह दी है, जहां वे फंसे हैं।

'ऐसे तो विफल हो जाएगा लॉकडाउन', प्रवासी मजदूरों के लिए विशेष बसों के इंतजाम पर बोले नीतीश कुमार
'ऐसे तो विफल हो जाएगा लॉकडाउन', प्रवासी मजदूरों के लिए विशेष बसों के इंतजाम पर बोले नीतीश कुमार (फाइल फोटो)  |  तस्वीर साभार: BCCL
मुख्य बातें
  • देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्‍या 775 हो गई है, जबकि इससे 19 लोग जान गंवा चुके हैं
  • कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए पीएम मोदी ने 25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी
  • लॉकडाउन ने सबसे अधिक प्रवासी मजदूरों की मुश्किल बढ़ाई है, जो दिल्ली-एनसीआर में जगह-जगह फंसे हैं

पटना : कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने पूरे देश में लॉकडाउन का ऐलान किया है, जिससे सबसे अधिक समस्‍या दिहाड़ी मजदूरों के लिए पैदा हो गई है। बड़ी संख्‍या में प्रवासी मजदूर दिल्‍ली व अन्‍य महानगरों से अपने मूल प्रदेशों की लौट रहे हैं। यूपी सरकार की ओर से ऐसे लोगों को उनके गंतव्‍यत तक पहुंचाने के लिए 1,000 बसों का इंतजाम भी किया गया है, लेकिन इन सबके बीच बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रवासी मजदूरों के अपने प्रदेशों की ओर पलायन पर चिंता जताई है और कहा कि इससे तो लॉकडाउन पूरी तरह विफल हो जाएगा।

'ऐसे तो मुश्किल हो जाएगी कोरोना की रोकथाम'

बिहार सरकार की ओर से जारी एक बयान में प्रवासी मजदूरों को उनके गंतव्‍य तक पहुंचाने के लिए विशेष बसों के इंतजाम को गलत बताया गया है। सीएम ने कहा कि इससे कोरोना वायरस महामारी का और विस्‍तार हो सकता है और फिर उससे निपटना व उसकी रोकथाम मुश्किल हो जाएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि जो जहां हैं, उनके लिए वहीं रहने-खाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। बिहार के सीएम ने इसके लिए स्‍थानीय स्तर पर ही कैम्प लगाकर ऐसे लोगों के रहने और खाने का इंतजाम किए जाने का सुझाव विभिन्‍न राज्‍य सरकारों को दिया है।

प्रवासी मजदूर पैदल ही निकले घरों की ओर

यहां उल्‍लेखनीय है कि देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्‍या 775 हो गई है, जबकि इससे 19 लोग जान गंवा चुके हैं। हालांकि इस घातक संक्रमण की चपेट में आए 78 लोग ठीक भी हुए हैं, जो इससे उबरने को लेकर उम्‍मीद की किरण भी जगाती है। देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा की थी, जिसके बाद परिवहन के सभी साधन बंद हो गए हैं। लेकिन इससे प्रवासी मजदूरों की मुश्किल बढ़ गई है, जो पैदल ही सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने गांव-घरों की ओर निकल पड़े हैं।

यूपी सरकार ने किया बसों का इंतजाम

दिल्ली-एनसीआर में जगह-जगह हजारों की संख्या में ऐसे लोगों की भीड़ देखी जा रही है। खासकर विभिन्‍न राज्‍यों की सीमाओं पर ऐसे लोगों की भीड़ देखी जा रही है। हालात को देखते हुए सरकार पर ये आरोप भी लग रहे हैं कि लॉकडाउन की घोषणा से पहले पूरे इंतजाम नहीं किए गए और इन लोगों के बारे में नहीं सोचा गया। इस बीच यूपी में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की सरकार ने दिल्ली और अन्य जगहों से बड़ी संख्या में लोग नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर और अलीगढ़ जैसे स्‍थानों पर पहुंचे थे, जहां योगी सरकार ने बसों की व्‍यवस्‍था की है।

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