नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने कुछ राज्यों के साथ संवाद में साफ किया कि जितना ज्यादा हम कोरोना को रोकने में कामयाब होंगे उतना ही अधिक देश को खोल पाएंगे, आर्थिक गतिविधियों को बढ़ा पाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर दुनिया के देशों से भारत की तुलना करें तो एक बात साफ है कि भारत में स्वस्थ होने वालों की रफ्तार अधिक है इसके साथ ही मौत की दर भी कम है। संवाद के उसी क्रम में बुधवार को भी राज्यों के सीएम के साथ वो रूबरु होंगे। यहां पर यह जानना दिलचस्प है कि क्या पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी संवाद का हिस्सा बनेंगीं
ममता बनर्जी के शामिल होने पर सस्पेंस
खबरों के मुताबिक ममता बनर्जी संवाद में हिस्सा नहीं लेंगी, उनकी जगह कोई और नुमाइंदा बात रखेगा। दरअसल इस तरह की बात नई नहीं है। अलग अलग मौकों पर देखा गया है कि वो पीएम मोदी के साथ संवाद करने से बचती रही है। जानकार कहते हैं कि वो खुद को समानांतर सत्ता की तरह देखती हैं और इसलिए वो इस तरह के मौकों पर शामिल होने से बचने की कोशिश करती हैं।
आत्मनिर्भर भारत की पीएम ने की वकालत
यहां जानना जरूरी है कि पीएम मोदी ने मंगलवार को कहा था कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जिस तरह से राज्यों ने कंधा से कंधा मिलाकर सहयोग किया है वो काबिले तारीफ है। एक तरफ हमारे सामने चुनौती है तो दूसरी तरफ अवसर है। केंद्र सरकार की तरफ से जब आत्मनिर्भर भारत अभियान की शुरुआत की गई तो उसका मकसद साफ था कि हमें अब आगे किस तरह से बढ़ना है और उसके नतीजे भी उत्साहवर्धक हैं।
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