जयपुर/ नई दिल्ली: राजस्थान में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम में भले ही अशोक गहलोत अपनी कुर्सी बचा ले गए हों लेकिन संकट अभी टला हुआ नहीं माना जा सकता है। सोमवार को हुई कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री गहलोत मीडिया के सामने 105 से अधिक विधायकों की परेड कराने में सफल रहे। कांग्रेस का दावा है कि उसके साथ 115 विधायकों का समर्थन है। बैठक के बाद जिस तरह गाड़ियों में भरकर विधायकों को होटल ले जाया गया उससे साफ है कि अभी संकट टला नहीं है।
पायलट को मनाने में जुटी कांग्रेस
कल तक जो कांग्रेस पायलट को सख्त चेतावनी दे रही थी आज उसके तेवर भी बदले हुए नरम नजर आए। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अगर उन्हें कोई शिकायत है तो दरवाजे खुले हुए हैं। अब खबर आ रही है कि पायलट को मनाने के लिए प्रियंका गांधी वाड्रा भी जुट गई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रियंका ने मुख्यमंत्री गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट से बात कर रही हैं।
कई नेताओं ने की पायलट से बात
रिपोर्ट्स के मुताबिक पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम, कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने भी पायलट से बात की है। पायलट को भरोसा दिलाया गया है कि उनकी बातों को सुना जाएगा। कहा ये भी जा रहा है कि पायलट ने अपने समर्थक मंत्रियों को गृह और वित्त विभाग जैसे महत्वपूर्ण पोर्टफोलियो देने की मांग की है और इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पद भी अपने पास रखने की बात कही है।
पोस्टर हटाकर फिर लगाए
इससे पहले आज सुबह जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस के मुख्यालय में लगे सचिन पायलट के पोस्टरों को हटा दिया गया था लेकिन बाद में उन्हें फिर लगा दिया गया। इससे साफ है कि कांग्रेस पायलट को वापस लाने के लिए पूरा जोर लगा रही है और पर्दे के पीछे से बातचीत भी जारी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या पायलट की शर्तें मानी जाती हैं या फिर पायलट कांग्रेस की शर्तों को मानते हैं। फिलहाल राज्य में एक बार फिर रिजॉर्ट पॉलिटिक्स शुरू हो गई है।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।