नई दिल्ली : राजस्थान में सियासी संकट गहराता जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के बीच की दूरी और बढ़ गई है। राज्य के घटनाक्रम तेजी से बदल रहे हैं। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने अपने एक ट्वीट से संदेह बढ़ा दिया है। सचिन पायलट खेमे के कम से कम 22 विधायक मानेसर एक पंच सितारा होटल में मौजूद हैं। जबकि पार्टी के आलाकमान के साथ बैठक करने के लिए सचिन पायलट दिल्ली में मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के ये 22 विधायक दिल्ली शिफ्ट किए जा रहे हैं।
गहलोत ने भाजपा पर लगाए गंभीर आरोप
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर अपनी सरकार को अस्थिर करने का गंभीर आरोप लगाया है। गहलोत का आरोप है कि भाजपा कांग्रेस के विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए की पेशकश कर रही है। इस आरोप पर पुलिस गहलोत एवं पायलट का बयान दर्ज करने के लिए उन्हें बला सकती है। पायलट गुट के विधायकों का आरोप है कि गहलोत प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से पायलट को हटाना चाहते हैं। खुद पार्टी में हाशिये पर किए जाने से पायलट नाराज बताए जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटले से मुलाकात की लेकिन अभी उनकी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ मुलाकात नहीं हो पाई है। समझा जाता है कि पायलट कांग्रेस अध्यक्ष से मिलकर उन्हें अपनी एवं विधायक की चिंताओं से अवगत करा सकते हैं।
सिब्बल के ट्वीट से आगाह किया
सिब्बल ने अपने एक ट्टवीट से राजस्थान कांग्रेस में गहराए राजनीतिक संकट की ओर इशारा किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ ने कहा कि 'पार्टी के बारे में चिंतित हूं। क्या अस्तबल से अपने घोड़ों के भाग जाने के बाद हम जगेंगे?'
पायलट ने साधी चुप्पी
पायलट दिल्ली में मौजूद हैं लेकिन वह इस संकट पर बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं। एक न्यूज चैनल से बातचीत में पायलट खेमे के एक नेता ने बताया कि राजस्थान पुलिस की तरफ से एसओजी मेमो ने दो गुटों के बीच दरार पैदा कर दिया है। यह अस्वीकार्य है। इस नेता ने आरोप लगाया कि गहलोत सचिन पायलट को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। पायलट खेमे के नेताओं का आरोप है कि कांग्रेस अध्यक्ष पद से पायलट को हटाने के लिए मुख्यमंत्री उनके खिलाफ केस तैयार कर रहे हैं।
गहलोत एवं पायलट को पूछताछ का नोटिस
गहलोत ने भाजपा पर अपने विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए की पेशकश करने का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री का आरोप है कि भाजपा उनकी सरकार को गिराना चाहती है। राजस्थान पुलिस ने गहलोत और सचिन पायलट को इस मामले में पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है। वहीं, भाजपा का कहना है कि कांग्रेस अपनी ही गुटबाजी का शिकार है। राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के 107 विधायक हैं जबकि भाजपा के पास विधायकों की संख्या 72 है। विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 101 है।
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