नई दिल्ली: तीन कृषि कानूनों को रद करने की मांग को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के आंदोलन को 100 दिन पूरे हो गए हैं। दिल्ली के सिंघु तथा गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का मुख्य आंदोलन हो रहा है। इन सबके बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत आजकल विभिन्न जगहों पर जाकर महापंचायतों को संबोधित कर रहे हैं। अब किसान आंदोलन को लेकर टिकैत ने बड़ा बयान दिया है।
टिकैत बोले- कठपुतली बनी है सरकार
वहीं ट्वीट करते हुए टिकैत ने कहा, 'सरकार उद्योगपतियों के हाथ की कठपुतली बनकर काम कर रही है, व्यापारी उन्हें जो कह रहे हैं, सरकार वही कर रही है। गोदाम पहले बनवा दिए, क़ानून बाद में बनाए हैं। देश में अगला जो आंदोलन होगा उसमें कहीं बैरिकेडिंग नहीं होनी चाहिए, अगर होगी तो इसे तोड़ा जाएगा। फसलों के फैसले की किसान करेगा। ट्रैक्टर किसानों का टैंक है। लंबी लड़ाई के लिए एक गांव, एक ट्रैक्टर 15 किसान और 10 दिन चाहिए, यह फार्मूला है। कारों से आंदोलन नहीं चला करते।'
सरकार मान नहीं रही है- टिकैत
टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'हम तो 13 तारीख को बंगाल जा रहे हैं और जगह भी जा रहे हैं। 4 अप्रैल तक हमें भी फुरसत नहीं है। किसान को बंगाल में भी बहुत दिक्कत है। कर्नाटक भी जाएंगे वहां तीन दिन का प्रोगाम है। पता नहीं सरकार क्या सोच के बैठी है। पूरे देश में फसलें एमएसपी पर नहीं बिक रही हैं। अभी फसलें आधे रेट में ले रहे हैं। आठ तारीख को महिला दिवस के मौके पर महिलाएं मंच का संचालन करेंगी। आम जनता को आगे आकर बैरियर तोड़ने चाहिए। जनता की सड़क थी उसे फिर बंद दिया है। सरकार अपील से तो मान नहीं रही '
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