अयोध्या: अयोध्या में भव्य एवं दिव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए पांच अगस्त को भूमिपूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम होगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्त न्यास क्षेत्र ट्रस्ट से इस धार्मिक कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। ट्रस्ट की ओर से बताया गया है कि इस धार्मिक अनुष्ठान के लिए 175 अतिथियों को आमंत्रित किया गया है जिनमें 135 संत हैं। खास बात यह है कि भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए नेपाल के संतों को भी आमंत्रित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर का शिलान्यास और भूमि पूजन करेंगे। इसके लिए पीएम पांच अगस्त को अयोध्या पहुंचेंगे जिसे देखते हुए राम नगर में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
175 लोगों को मिला है न्यौता
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने संवाददाताओं से कहा कि निमंत्रण सूची भाजपा के वरिष्ठ नेताओं लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के अलावा वरिष्ठ वकील के परासरन एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ 'निजी तौर पर चर्चा' करके तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि मुख्य समारोह के लिए आमंत्रित किए गए 175 प्रतिष्ठित अतिथियों में से 135 संत हैं जो विभिन्न आध्यात्मिक परंपराओं से जुड़े हुए हैं और वे सभी उपस्थित रहेंगे। राय ने बताया कि विहिप के दिवंगत नेता अशोक सिंघल के भतीजे सलिल सिंघल कार्यक्रम में ''यजमान'' होंगे। साथ ही नेपाल के संतों को भी आमंत्रित किया गया है क्योंकि जनकपुर का बिहार, उत्तर प्रदेश और अयोध्या से भी संबंध है। राय के मुताबिक, पीएम मोदी परिसर में 'पारिजात' का पौधा भी लगाएंगे।
दुल्हन की तरह सजी है अयोध्या
पांच अगस्त के धार्मिक कार्यक्रम को देखते हुए अयोध्या को दुल्हन की तरह सजा दिया गया है। अयोध्या के घाट अभी से ही दिवाली जैसा दृश्य उपस्थित कर रहे हैं। मुख्य मंदिर की तरफ जाने वाली सड़कों की इमारतों को पीले रंग से रंगा गया है और उन पर भगवा पताका लगाया गया है। इसके अलावा इमारतों की दीवारों पर राम कथा से जुड़े प्रसंगों को तस्वीरों से उकेरा गया है। इस तैयारी एवं रूप सज्जा के बाद राम नगरी चमकने और दमकने लगी है। श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट की तैयारी इस धार्मिक कार्यक्रम को अनूठा बनाने की है।
मंच पर पीएम के साथ होंगे अन्य चार अतिथि
अभी तक के कार्यक्रम के अनुसार बताया जा रहा है कि पांच लोग मंच पर आसीन होंगे। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की गवर्नर आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और महंत नृत्य गोपाल दास शामिल हैं। चंपत राय के मुताबिक प्रत्येक आमंत्रण पत्र के साथ एक सेक्युरिटी कोड है जो केवल एक बार काम करेगा। अतिथि यदि समारोह स्थल से चला जाता है और दोबारा आने की कोशिश करता है तो उसे वापस आने की अनुमति नहीं मिलेगी। न्यास ने राम मंदिर के भूमि पूजन समारोह का अपना पहला न्योता अयोध्या केस में पक्षकार रहे इकबाल अंसारी को भेजा। अंसारी ने इस न्योते को स्वीकार करते हुए कहा कि 'यह प्रभु राम की इच्छा है।'
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