राम मंदिर के भूमि पूजन की तारीख हुई तय, पीएम मोदी लेंगे अंतिम फैसला

देश
किशोर जोशी
Updated Jul 18, 2020 | 19:57 IST

अयोध्या में भगवान राम के प्रस्तावित भव्य मंदिर को लेकर राम जन्म भूमि ट्रस्ट की बैठक में बड़ा फैसला लिया गया है। पीएम मोदी को भूमि पूजन के लिए 3 और 5 अगस्त की दो तारीखें दी गईं हैं।

Ram Temple trust offers PM Modi two dates, 3rd and 5th August for bhoomi pujan in Ayodhya
राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए PM मोदी को भेजी गई दो तारीखें 
मुख्य बातें
  • मंदिर के शिलायान्यास के लिए पीएम मोदी को 3 और 5 अगस्त की तारीखें भेजी गईं
  • राम मंदिर के प्रस्तावित नक्शे में किया जाएगा बदलाव, पहले से ज्यादा होगी ऊंचाई
  • रामजन्म भूमि ट्रस्ट की बैठक में हुआ फैसला, मंदिर में होंगे 3 की जगह 5 गुंबद

अयोध्या: अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर निर्माण को लेकर राम जन्मभूमि ट्रस्ट की आज हुई बैठक में बड़ा फैसला लिया गया। इस बैठक में तय किया गया कि राम मंदिर के नक्शे में बदलाव किया जाएगा और तीन की जगह पांच गुंबद होंगे। मंदिर की ऊंचाई प्रस्तावित नक्शे से अधिक होगी। इसके अलावा मंदिर के शिलान्यास  (भूमि पूजन) के लिए प्रधानमंत्री मोदी को दो तारीखें भेजी गई हैं जो 3 और पांच अगस्त की हैं। ट्रस्ट का कहना है कि पीएम मोदी इस बारे में अंतिम फैसला लेंगे कि कौन सी तारीख उनके लिए सुविधाजनक होगी। 

पीएम मोदी लेंगे अंतिम फैसला

ट्रस्ट के सदस्य स्वामी परमानंद महाराज ने कहा, 'बैठक में सभी लोग थे। जो लोग यहां नहीं थे उनके साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की गई। पीएम मोदी को दो तारीखें दी गई हैं उनकी स्वीकृति आ जाएगी। बैठक का मुख्य मुद्दा मंदिर जल्दी बने और भव्य बने। पहले के प्रारूप को रखते हुए उससे भी भव्य बने। प्रधानमंत्री जी मंदिर के भूमि पूजन में आएंगे।'

तीन-साढ़े तीन साल में पूरा हो जाएगा निर्माण कार्य

 चंपत राय ने आगे कहा, 'आज यह निर्णय लिया गया कि ईंटें सोमपुरा मार्बल्स ब्रिक्स द्वारा प्रदान की जाएंगी। लार्सन एंड टुब्रो अपना काम जारी रखेगे और ईंटों से संबंधित काम सोमपुरा मार्बल्स द्वारा किया जाएगा। लार्सन एंड टुब्रो मिट्टी परीक्षण के लिए नमूने एकत्र कर रहा है। मंदिर की नींव का निर्माण मिट्टी की ताकत के आधार पर 60 मीटर नीचे किया जाएगा। नक्शे के आधार पर नींव बिछाने का काम शुरू हो जाएगा। दोनों मिलकर एक भव्य मंदिर का निर्माण करेंगे। हमारा अनुमान है कि मंदिर का निर्माण कार्य तीन, साढ़े तीन साल में पूरा हो जाएगा।'

नहीं होगी पैसे की कमी

श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया, 'मंदिर बनाने में पैसे कि कमी नहीं होगी। बैठक में चर्चा की गई कि देश के 4 लाख इलाकों में 10 करोड़ परिवारों से संपर्क किया जाएगा। मानसून के बाद जब हालात सामान्य हो जाएंगे उसके बाद मंदिर के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता भी प्राप्त होगी। मंदिर की नींव का निर्माण मिट्टी की क्षमता के आधार पर 60 मीटर नीचे किया जाएगा।'

शाम चार बजे से शुरू हुई बैठक
आपको बता दें कि ट्रस्ट की बैठक आज शाम करीब चार बजे से शुरू हुई और तभी से अनुमान लगाया जा रहा था कि इसमें बड़े फैसले हो सकते हैं। इससे पहले संघ ने भी विश्व हिंदू परिषद से जुड़े संतों से मुलाकात की थी। बैठक में मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा भी शामिल रहे। उनके साथ सीमा सुरक्षा बल के पूर्व महानिदेशक और राम जन्मभूमि ट्रस्ट के सुरक्षा सलाहकार के के शर्मा भी मौजूद रहे। बैठक में यूपी सरकार के गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश के अवस्थी भी मौजूद रहे।

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