नई दिल्ली : पूर्व कैबिनेट मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक नेता दिवंगत रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) का आधिकारिक आवास नव नियुक्त केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) को आवंटित किया गया है। दिल्ली के 12 जनपथ बंगले में फिलहाल पासवान की पत्नी और बेटे चिराग पासवान (Chirag Paswan) का कब्जा है। चिराग पासवान लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) से सांसद हैं। रामविलास पासवान इस बंगले में 1989 से अक्टूबर 2020 में अपने निधन तक रहे। वे इस बंगले में 31 साल तक रहे।
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने 14 जुलाई को चिराग पासवान को बंगला खाली करने का नोटिस भेजा था। हालांकि चिराग ने बंगला खाली करने के लिए कुछ और समय मांगा। उन्होंने अक्टूबर 2021 में अपने पिता की पहली पुण्यतिथि तक घर रखने की अनुमति मांगी।
चिराग पासवान के चाचा और रामविलास पासवान के भाई केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस को पहले यह बंगला ऑफर किया गया था। हालांकि, उन्होंने यह कहते हुए इसे लेने से इनकार कर दिया कि इससे गलत मैसेज जाएगा।
पशुपति पारस ने लोक जनशक्ति पार्टी के चार अन्य सांसदों के साथ जून में चिराग पासवान के खिलाफ राजनीतिक तख्तापलट किया था और उनसे अलग हो गए थे। इसके बाद वे चिराग की जगह लोकसभा में लोजपा के नेता बन गए और वे लोजपा अलग हुए गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए।
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