Ayodhya Judgement: राम मंदिर की पक्षधर है कांग्रेस, अदालत के निर्णय में शक की कोई गुंजाइश नहीं- सुरजेवाला

देश
किशोर जोशी
Updated Nov 09, 2019 | 13:11 IST

Ayodhya Faisla: अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस ने कहा है कि वह भगवान राम के मंदिर निर्माण की पक्षधर है।

Randeep surjewala on Ayodhya Verdict
अयोध्या मुद्दे पर रणदीप सुरजेवाला  |  तस्वीर साभार: ANI
मुख्य बातें
  • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण की पक्षधर है- सुरजेवाला
  • मंदिर मुद्दे पर राजनीति करने के लिए अब भाजपा के लिए बंद हो चुके हैं दरवाजे- सुरजेवाला
  • सुरजेवाला ने कहा- कोर्ट के निर्णय में किसी भी तरह की शक की गुंजाइश नहीं है

नई दिल्ली: अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है। सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ कर दिया। कोर्ट ने कहा कि 2.77 एकड़ की विवादित भूमि का अधिकार राम लला की मूर्ति को सौंप दिया जाये, हालांकि इसका कब्जा केन्द्र सरकार के रिसीवर के पास ही रहेगा। इसके अलावा कोर्ट ने केंद्र को यह आदेश दिया कि वह सुन्नी वक्फ बोर्ड को एक मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ जमीन आवंटित करे। 

कोर्ट के फैसले पर कांग्रेस की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ चुका है, स्वाभाविक तौर से आपके सवाल का जवाब हां में है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस भगवान श्रीराम के मंदिर के निर्माण की पक्षधर है। इस निर्णय ने न केवल मंदिर के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया बल्कि भाजपा और अन्य दलों के लिए वो दरवाजे भी बंद क दिए हैं जिसके द्वारा वो इस मुद्दे पर राजनीति करते थे।'

सुरजेवाला ने कहा, 'भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का सम्मान करती है। हम सभी संबंधित पक्षों व सभी समुदायों से निवेदन करते हैं भारत के संविधान में स्थापित सर्वधम समभाव तथा भाईचारे के उच्च मूल्यों को निभाते हुए अमन-चैन का वातावरण बनाए रखें। हर भारतीय की जिम्मेदारी है कि हम सब देश की सदियों पुरानी परस्पर सम्मान और एकता की संस्कृति व परंपरा को जीवंत रखें।'

कोर्ट के निर्णय पर सहमति जताते हुए उन्होंने कहा, 'वर्षों बाद आज सुप्रीम कोर्ट ने इस पूरे मामले का पटाक्षेप कर दिया। मुझे लगता है कि ये मामला किसी व्यक्ति विशेष समूह या दल को देने का है ही नहीं। जैसा कि मैंने कहा कि आज सुप्रीम कोर्ट ने आस्था का सम्मान का विश्वास किया है। भगवान राम आस्था का प्रतीक है सत्ता के भोग के प्रीतक नहीं। श्रीराम का नाम कभी बांटने के लिए प्रयोग हो ही नहीं सकता जो ऐसा करेगा वो उनका अपमान करेगा।' सुरजेवाला ने कहा कि उन्हें कोर्ट के निर्णय में किसी भी तरह की शक की गुंजाइश नहीं हैं।'

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