Kashmir पर इमरान खान का इस्लामिक कार्ड हुआ फेल, सऊदी अरब ने 370 हटाने पर किया भारत का समर्थन

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Updated Oct 02, 2019 | 21:20 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने जम्मू-कश्मीर के बेहतरी के लिए भारत द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की है। सऊदी अरब का यह समर्थन ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान (Pakistan) दुनिया में प्रोपेगेंडा फैलाने में लगा है।

Crown Prince and PM Modi
क्राउन प्रिंस औऱ पीएम मोदी 
मुख्य बातें
  • भारत के जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के फैसले का सऊदी अरब ने समर्थन किया है
  • अजीत डोभाल और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के बीच रियाद
  • इस्लामिक कार्ड खेलने वाले इमरान के लिए सऊदी अरब का यह समर्थन करारा झटका है

नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) को लेकर दुनियाभर में इस्लामिक कार्ड खेलने की कोशिश में लगा है लेकिन उसे हर तरफ से मुंह की खानी पड़ रही है। अब सऊदी अरब (Saudi Arabia) ने जम्मू-कश्मीर से भारत द्वारा आर्टिकल 370 हटाने के फैसले का समर्थन किया है। दो दिवसीय यात्रा पर सऊदी अरब गए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने वहां के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात की और उन्हें जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा वापस लेने के बाद वहां के हालात से अवगत कराया।

खबरों की मानें तो इस द्विपक्षीय बैठक के दौरान कई मुद्दों पर बातचीत की गई। खबरों की मानें तो बातचीत के दौरान बैठक के दौरान क्राउन प्रिंस ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर में भारत की ओर से उठाए गए कदमों को समझते हैं। आपको बता दें कि भारत सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को निरस्त कर दिया था और राज्य को दों केंद्र शासित प्रदेशों- जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था।

 सऊदी अरब की टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने सऊदी का दौरा कर कश्मीर मुद्दे पर उनसे समर्थन मांगा था। आपको बता दें कि एनएसए अजीत डोभाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले पांच साल के दौरान सऊदी अरब के साथ आपसी रिश्ते मजबूत किए हैं जिसकी वजह से दोनों देश सुरक्षा और खुफिया साझेदार के रूप में भी सामने आए हैं।

हाल ही में खबर आई थी कि सऊदी अरब भारत में बड़ा निवेश करने की योजना बना रहा है। भारत फिलहाल ईरान से तेल की निर्भरता को कम करने की योजना भी बना रहा है ऐसे में सऊदी अरब भारत का एक अहम साझीदार साबित हो सकता है।

यह पहली बार नहीं है जब डोभाल और क्राउन प्रिंस की मुलाकात हुई हो, पिछले महीने ही डोभाल और सलमान ने द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की थी जिसमें सऊदी अरब के तेल प्रतिष्ठानों पर हुए मिसाइल तथा ड्रोन हमलों और आतंकवाद रोधी सहयोग को बढ़ावा देने जैसे मुद्दों पर बात हुई। सऊदी अरब भारत की एलपीजी आवश्यकताओं के 32 फीसदी की पूर्ति करता है।

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