Multirole fighter jet: आत्मनिर्भरता की नयी ऊंचाइयों को छूते हुए अब तेजस की ताक़त और बढ़ेगी। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (CCS) ने एलसीए मार्क 2 मल्टीरोल फाइटर जेट विकसित करने की परियोजना को मंजूरी दे दी, जो स्वदेशी विमान का अधिक सक्षम और शक्तिशाली संस्करण है। इसके लिए पहले स्वीकृत 2,500 करोड़ रुपये के अलावा, इस लड़ाकू जेट को 6,500 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया जाएगा।
तेजस एक एकल इंजन और अत्यधिक गति वाला मल्टीरोल सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है, जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा निर्मित किया गया है। तेजस मार्क-2 में 98 किलोन्यूटन थ्रस्ट क्लास का शक्तिशाली GE-414 इंजन लगाया गया है जो तेजस मार्क 1 से अधिक क्षमता रखता है।
तेजस मार्क-1 की तुलना में तेजस मार्क- 2 का वजन थोड़ा ज्यादा होगा। तेजस मार्क-1 जहां 13.5 टन का है, वहीं मार्क-2 17.5 टन का है।
एचएएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक आर माधवन के मुताबिक तेजस के उन्नत संस्करण में लंबी दूरी, बेहतर रखरखाव, अधिक भार वहन करने की क्षमता, अधिक मजबूत इंजन शक्ति और बेहतर नेट-केंद्रित युद्ध प्रणाली होगी। HAL अध्यक्ष के मुताबिक तेजस 2.0 जेट का पहला हाई-स्पीड परीक्षण 2023 में शुरू होगा और उत्पादन 2025 के आसपास शुरू होने की उम्मीद है।
तेजस हवाई युद्ध और आक्रामक हवाई ऑपरेशन के लिए एक शक्तिशाली जेट है, जिसमें टोही और एंटी-शिप ऑपरेशन इसकी ताकत है। तेजस परियोजना के बाद पांचवीं पीढ़ी के मीडियम लाइट डीप पेनेट्रेशन फाइटर के लिए एक और मेगा प्रोजेक्ट शुरू होगा, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।
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