नई दिल्ली। इस समय कोरोना के कहर से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में ठाकरे सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं तो शिवसेना के कब्जे वाली बृहन्न मुंबई महानगरपालिका भी सवालों के घेरे में है। दरअसल सायन के एक अस्पताल में शवों के बीच में कोरोना संक्रमित मरीजों की इलाज की खबर के बाद उद्धव ठाकरे सरकार की किरकिरी हुई थी।
बीजेपी के सांसद किरीट सोमैया ने एक वीडियो जारी कर उद्धव सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि शांति नगर वर्ली इलाके में जो वॉचमैन सिर्फ इसलिए मर गए क्योंकि समय पर उन्हें एंबुलेंस नहीं मिली। उन्हें सही समय पर इलाज नहीं मिला। शुक्रवार सुबह साढ़े 11 बजे वॉचमैन को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। इस संबंध में पुलिस और बीएमसी दोनों को जानकारी दी गई। लेकिन एंबुलेंस नहीं आई और वो वॉचमैन तड़प तड़प कर मर गया। बता दें कि पुलिस ने वॉचमैन के निधन की पुष्टि की है।
किरीट सोमैया कहते हैं कि इस तरह की घटना पहली बार नहीं है। इसी तरह गरीब और बेसहारा लोग अपने प्राण त्याग देते हैं और गरीबों की रहनुमाई का दावा करने वाली पार्टी गरीबों का मजाक बनाती रहती है। एक तरफ बीएमसी की तरफ से बड़े बड़े वादे और दावे किए जाते हैं तो दूसरी तरफ इस तरह की कड़वी सच्चाई सामने आती है। रोड के किनारे वो वॉचमैन एंबुलेंस की मिन्नतें करता रह गया। लेकिन उस शख्स तक एंबुलेंस नहीं पहुंची और उसे इलाज नहीं मिला।
Times Now Navbharat पर पढ़ें India News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।